Ujjain Kumbh Mela: 2028 में कुंभ मेला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में आयोजित किया जाएगा. इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने कहा कि वर्ष 2028 में उज्जैन कुंभ मेले (Ujjain Kumbh Mela) में लगभग 12 करोड़ लोगों के हिस्सा लेने की संभावना है, जिसके मद्देनजर क्षिप्रा नदी (Kshipra River) की सफाई और अपशिष्ट जल के प्रवाह को रोकने के लिए ‘स्टॉप डैम' (छोटे बांध) के निर्माण जैसे विभिन्न कार्य अभी से किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने दिए ये निर्देश
उज्जैन में रविवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान मेला आयोजन के मद्देनजर निर्देश दिए गए. इस दौरान यादव ने अधिकारियों को क्षिप्रा नदी में अपशिष्ट प्रवाह को रोकने के लिए पड़ोसी शहर इंदौर और देवास में विभिन्न स्थानों पर छोटे बांध बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि नदी को प्रदूषण मुक्त बनाया जाए, ताकि इसका पानी 2028 से पहले पीने योग्य हो जाए.
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क्या है कुंभ
दरअसल, कुंभ मेला सबसे बड़े हिंदू त्योहारों में से एक है, जो प्रति तीन वर्ष में मनाया जाता है. यह एक तीर्थयात्रा है, जिसे भक्त अपने पिछले पापों को धोने की उम्मीद के साथ करते हैं. कुंभ मेले में दुनिया की सबसे बड़ी भीड़ होती है. दरअसल, इस मौके हिंदू धर्म के मानने वाले लाखों श्रद्धालु इस मौके पर पहुंचते हैं.
हर तीन वर्ष में आयोजित होता है कुंभ मेला
कुंभ मेला हर तीन साल में आयोजित किया जाता है. इसका आयोजन देश के चार अलग-अलग स्थानों - प्रयाग, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार के बीच बदलता रहता है. इसलिए, कुंभ मेला 12 वर्षों की अवधि के बाद एक स्थान पर लौटता है.
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