MP Crime News: मध्यप्रदेश के सीधी जिले में पुलिस की लापरवाही की वजह से दो आरोपी हथकड़ी के साथ ही फरार हो गए. ये दोनों आरोपी ऑनरेक्स नाम का नशीला सिरप (intoxicating syrup) बनाने के आरोपी हैं. इन आरोपियों को गिरफ्तार करके पुलिस ने थाने रखा था. आरोपियों के फरार होने की खबर जैसे ही पुलिस अधिकारियों के कान खड़े हो गए. आनन-फानन में टीम बनाई गई. फिलहाल एक आरोपी को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस अधीक्षक डॉ रविंद्र वर्मा (Dr. Ravindra Verma) स्वयं थाने पहुंचे और पुलिसकर्मियों को लापरवाही के लिए फटकार भी लगाई.
पुलिस को पता नहीं चला, फरार
दरअसल बीते 23 अक्तूबर को कमर्जी थाना पुलिस को सूचना मिली की उनके इलाके में ओनरेक्स नाम के नशीले सिरप की बड़ी खेप लेकर कुछ लोग जा रहे हैं. पुलिस ने दबिश दी और घेराबंदी कर दो आरोपियों सचिन सिंह निवासी खोरबा टोला एवं सागर सिंह निवासी बढ़ौना को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों के कब्जे से सैकड़ों शीशी सिरप भी बरामद किया है. पुलिस दोनों को हथकड़ी लगाकर थाने ले आई और लॉकअप में बंद कर दिया. हालांकि दोनों आरोपी शातिर निकले और उसी दिन रात को पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गए. उनकी फरारी के कुछ देर बाद पुलिसकर्मियों को इसका पता चला.
बताया जा रहा है पुलिसकर्मियों ने दोनों आरोपियों को लॉकअप में बंद करने के दौरान लापरवाही बरती. जिसका फायदा उठाकर वे फरार हो गए. बाद पुलिस टीम ने जब खोजबीन शुरू की तो सचिन को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिल गई. फिलहाल सागर फरार है. पुलिस सचिन से पूछताछ कर सागर का सुराग लगाने की कोशिश कर रही है.
आखिर क्या है ऑनरेक्स सिरप?
खांसी की समस्या को दूर करने के लिए चिकित्सकों के द्वारा कोरेक्स कफ सिरप दवा के रूप में लिखी जाती है. लेकिन अपराधियों ने इससे मिलते-जुलते नाम का ऑनरेक्स सिरफ तैयार किया और इसे नशीली दवा के तौर पर बेचने लगे.सीधी में कई युवा इसके शिकार बताए जाते हैं. बताया जा रहा है कि इसकी सर्वाधिक खेप उत्तर प्रदेश से मऊगंज होते हुए सीधी पहुंचती है. बुधवार यानी 23 अक्तूबर को पुलिस की ऐसी ही 110 शीशी सिरप की बोतल सीधी पहुंचने की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
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