Chinese Manjha Ban : मध्य प्रदेश के धार में पतंग के व्यापारी चाइनीज मांझे का कारोबार कर रहे हैं. पतंग के साथ बेचा जा रहा चाइनीज मांझा कई बार इंसानी जान के साथ बेजुबानों पर भी भारी पड़ चुका है. पिछले कई वर्षों से पतंग बाजी के लिए उपयोग में लाया जाने वाला सूती मांजे के स्थान पर चाइनीज मांझा चलन में है. जिला प्रशासन द्वारा चाइनीज मांझे के विक्रय पर प्रतिबंध लगाया जाता है. इसके उपरांत भी चंद पैसों की लालच में पतंग व्यापारी चोरी छिपे चाइनीस मांजे का विक्रय कर रहे हैं.
बड़े पैमाने पर चाइनीस मांझा जब्त
मकर संक्रांति के दौरान जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर पतंग व्यापारियों के छापा मारकर बड़े पैमाने पर चाइनीस मांझा जब्त कर उन पर वैधानिक कार्रवाई भी करती है. लेकिन उसके बावजूद भी पतंग व्यापारी चाइनीस मजा बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं. आपको बता दें कि गत वर्ष मकर संक्रांति की शाम को हटवाड़े में अपने पिता के साथ मोटरसाइकिल पर आगे बैठ कर जा रहे 6 वर्षीय मासूम कनिष्क की चाइनीस मांझे से गला कटने से दर्दनाक मौत हो गई थी. पर्व संक्रांति के दिन मासूम बालक कनिष्क की मौत ने शहरवासियों को विचलित कर दिया था. इस घटना से शहर में चाइनीस मांझे को लेकर आक्रोश भी देखा गया था. इसी के साथ कैंडल मार्च में मौजूद लोगों ने चाइनीस मंजे की होली जलाकर आगे से चाइनीज मंजे का उपयोग नहीं करने की शपथ भी ली थी.
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जानें क्या बोले- विकास डाबर
मुख्य नगरपालिका अधिकारी विकास डाबर ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर चाइनीस मंजे पर प्रतिबंध लगाया गया है. यदि शहर में कहीं भी चाइनीज मंजे का क्रय या विक्रय होते पाया गया, तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा आम जनता से उन्होंने अपील भी की है कि चोरी छुपे चाइनीस मांझा बेचने वाले पतंग व्यापारियों की सूचना तत्काल प्रशासन को दें.
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