MP Anganwadi News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) को लेकर सरकार सदन में चौंकाने वाला खुलासा किया है. सरकार की ओर से सदन में दिए गए जवाब में बताया गया है कि प्रदेश में 34143 आंगनबाड़ी केंद्रों के पास खुद का भवन नहीं है. वहीं, 4044 आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत जर्जर है.
दरअसल, मध्य प्रदेश में आंगनबाड़ी भवनों और केंद्रों की स्थिति को लेकर भाजपा विधायक कंचन मुकेश तन्वे की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब में महिला और बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की.
मंत्री ने ये दी जानकारी
- पिछले 5 वर्षों में प्रदेश में 194 नए आंगनबाड़ी केंद्र और 4320 आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किए गए.
- अब तक इनमें से 1399 भवन ही बनकर तैयार हो पाए हैं.
- प्रदेश में इस वक्त 34143 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र भवन विहीन हैं.
- प्रदेश में 4044 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत जर्जर हैं.
- इन भवन विहीन और जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन दूसरे सरकारी भवनों में चल रहा है.
खंडवा विधानसभा का हाल
खंडवा विधानसभा क्षेत्र में 37 विभागीय आंगनबाड़ी भवन बाउंड्री वॉल से वंचित हैं. महिला एवं बाल विकास मंत्री ने स्पष्ट किया कि स्वीकृत भवनों के निर्माण के नक्शे में बाउंड्री वॉल का प्रावधान नहीं किया गया था. उन्होंने बताया कि बाउंड्री वॉल का निर्माण भूमि और वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर करता है. विधायक द्वारा यह भी पूछा गया कि सत्र 2022-23 और 2023-24 में आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए खेल और शिक्षण सामग्री खरीदी गई या नहीं. इस संबंध में जानकारी सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी.
मंत्री ने कमी को किया स्वीकार
महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्वीकार किया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति सुधारने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत है. भवन निर्माण, मरम्मत, और बाउंड्री वॉल जैसी समस्याओं का समाधान वित्तीय और भूमि संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर किया जाएगा.
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यह जानकारी आंगनबाड़ी केंद्रों की जमीनी हकीकत को उजागर करती है. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उठाए जा रहे कदमों से इन केंद्रों की स्थिति में सुधार की उम्मीद है, लेकिन इसका असर तभी दिखेगा, जब योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा.
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