
Chhatarpur Railway Station : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) जिले के अंतर्गत आने वाले कई रेलवे स्टेशनों का सुंदरीकरण, विस्तारीकरण और प्लेटफार्म के विकास कार्य किए गए हैं. इन पर लोगों के बैठने के लिए कुर्सी, छाया, शौचालय आदि की व्यवस्था की गई. लेकिन छोटे स्टेशनों पर मौजूद शौचालयों (Toilets) में लोगों को जाने को नहीं मिल रहा है. कुछ स्टेशनों पर स्टेशन मास्टर (Station Master) चाभी अपने पास रखते हैं और दीवार पर लेख कराकर यह बताते भी हैं कि 'शौचालय की चाभी स्टेशन मास्टर के पास उपलब्ध है'.
छतरपुर जिले में छतरपुर, खजुराहो और हरपालपुर प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं. इसके साथ ही ईशानगर, डुरियागंज, सिंहपुर डुमरा, रगौली, राजनगर स्टेशन में से सिर्फ ईशानगर में ही लोगों को शौचालय जाने को मिल रहा है. बाकी जगहों पर शौचालय पर ताला लगा रहता है और कुछ स्टेशनों पर तो दीवार पर लिखवाया गया है कि 'शौचालय की चाभी स्टेशन मास्टर के पास उपलब्ध है'. इन जगहों पर कोई भी स्टेशन मास्टर के पास नहीं जाता है और प्लेटफॉर्म के आसपास ही शौच, लघुशंका आदि करने लगता है.

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रेलवे स्टेशनों पर फैल रही गंदगी
जिले के डुरियागंज, सिंहपुर डुमरा रेलवे स्टेशन पर चारों तरफ गंदगी फैली है. सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है. स्टेशन पर गंदगी फैलाने के लिए यात्री भी कम जिम्मेदार नहीं हैं. प्लेटफॉर्म सहित यात्री प्रतीक्षालय और प्लेटफॉर्म एरिया में गंदगी का अंबार लगा है. सीढ़ियों के पास कूड़ा-कचरा फैला रहता है. यही हालत हैंडपंप के पास भी है. यात्रियों ने स्टेशन पर नियमित सफाई कराने की मांग की है. छोटे स्टेशनों पर यहां का प्रबंधन स्वच्छता, पेयजल और शौचालय के प्रति लापरवाह है. इससे यहां आने वाले यात्रियों और उनके साथ के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है.
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