
MP News In Hindi: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में विश्व हिंदू परिषद के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस बीच VHP की 60 वर्षों की उपलब्धियों पर चर्चा की गई. इस अवसर पर गोरक्षा के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए VHP ने मोहन सरकार से गोवंश के पुनर्वास और सुरक्षा के लिए पेंशन योजना लागू करने की अपील की.
कही ये बात

सड़क पर खड़े आवारा गोवंश.
टीकमगढ़ जिले में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद की बजरंग दल इकाई ने प्रदेश सरकार से एक महत्वपूर्ण मांग की. संगठन ने आवारा गायों के संकट को लेकर सरकार से अनुरोध किया है कि प्रदेश में गायों के लिए एक विशेष पेंशन योजना लागू की जाए. इस योजना के तहत गायों के लिए चारा, भूसा, पानी, और रहने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, ताकि सड़क पर भटकती और भूखी-प्यासी गायों की बेमौत मौतें रोकी जा सके.
गौशालाएं अक्सर रहती हैं खाली- बजरंग दल
बजरंग दल के पदाधिकारियों ने कहा सड़क पर घूम रही गायें लगातार दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं. यह दुर्घटनाएं न केवल गोवंश के लिए घातक साबित हो रही हैं, बल्कि मानव जीवन को भी खतरे में डाल रही हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिले में 80 गौशालाएं संचालित होने के बावजूद, गायें सड़क पर ही अपना आशियाना बनाए हुए हैं. गौशालाएं अक्सर खाली पड़ी रहती हैं, और फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है.
इन जमीनों पर दबंगों ने कब्जा कर लिया
संगठन ने यह भी कहा कि पहले जिन गोचर भूमि पर गायों को चारा मिल सकता था, अब उन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है. इसके चलते गायों के लिए कोई सुरक्षित स्थान नहीं बचा है. बजरंग दल ने सरकार से इस समस्या का शीघ्र समाधान करने की अपील की है, ताकि बेजुबान गोवंश की जान की सुरक्षा की जा सके और सड़क पर दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सके. विश्व हिंदू परिषद ने आज गोवंश की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण मांग उठाई है.
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प्रति माह 2000 रुपये पेंशन की मांग की
विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार को बेमौत मर रहे गोवंश को बचाना है, तो उन्हें एक पेंशन योजना लागू करनी चाहिए. सोलंकी ने प्रस्तावित योजना के तहत प्रत्येक गाय के लिए प्रति माह 2000 रुपये पेंशन की मांग की. उनका मानना है कि इस योजना के लागू होने से गायों के मालिक, जो अक्सर उन्हें खुला छोड़ देते हैं, पैसे की लालच में अपने गोवंश की बेहतर देखभाल करेंगे. इससे गायों को समय पर चारा, पानी और उपचार मिलेगा, और सड़क पर बेमौत मर रही गायों को बचाया जा सकेगा.
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