Tikamgarh News: अगर हौसले बुलंद हो और सपना पूरा करने का जज्बा हो तो सफलता को हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसा कर दिखाया है टीकमगढ़ शहर के व्यापारी बालचंद बैद्य की बेटी अंशिका बैद्य ने. उन्होंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ एमपीपीएससी (MPPSC) की परीक्षा पास कर ली.
वह साल 2019 से 20, 21, 22 तक लगातार परीक्षा और टेस्ट देती रही और आखिरकार उन्हें चार साल बाद सफलता मिल गई. अपने हिम्मत न हारने वाले हौसले के दम पर उन्होंने 9वीं रैंक पाई और 883 नंबर मिले. अब वह डीएसपी बन गई हैं.
सिर्फ 6 महीने कोचिंग कर लौटी घर
DSP बनी अंशिका बैद्य का कहना है कि चार साल की कड़ी मेहनत और तपस्या के वाद आज खुशी का पल आया है, घर में माता-पिता और दोस्त सभी खुश हैं. अंशिका का कहना है कि उन्होंने इंदौर में एक कोचिंग से 6 माह पढ़ाई की और फिर घर लौट आई. हर दिन लगातार 6 से 10 घंटे तक पढ़ाई करती.
कई बार हुई असफल
कई बार असफल होने के बाद आखिर कार उन्हें सफलता मिल गई. उन्होंने बताया कि माता-पिता ने पूरा सहयोग किया और दोस्तों ने मनोबल बढ़ाया. परीक्षा में फेल होने पर भी मायूस नहीं होने दिया और हिम्मत देते रहे.
युवाओं को भी दिया संदेश
अंशिका ने युवाओं को संदेश दिया है, अगर सपना देखें तो उसे पूरा जरूर करें. जब उनसे पूछा गया कि प्रदेश में महिलाओं के साथ होती आपराधिक घटनाओं में आपका विजन क्या होगा? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि सबसे पहले महिलाओं और बेटियों को जागरूक किया जाएगा कि वह अपराध होने पर उसका मुकाबला करें. साथ ही पुलिस को बताएं.उनका कहना है कि वह पुलिस को ओर मजबूत बनाएंगी, ताकि कोई भी पुलिसकर्मी या अधिकारी महिला अपराध में कोई भी कोताही न करे. अंशिका के घर पर रिश्तेदारों और दोस्तों का आना-जाना लगा हुआ है. लोग घर पहुंचकर उन्हें बधाई दे रहे हैं.
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