Tikamgarh Farmers: मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बरसात (Unseasonal Rain) ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. इसी के तहत टीकमगढ़ जिले में विगत दिनों हुई ओलावृष्टि (Hailstorm) से जिले के हजारों किसानों की फसलें तबाह हो गई. इसको लेकर कलेक्टर ने सभी किसान (Farmers) भाइयों को सांत्वना दी और कहा कि 'किसान परेशान न हो, जिसका जितना नुकसान हुआ होगा उसका सर्वे कराकर मुआवजा दिलाया जाएगा.'
50 से ज्यादा गांव ग्रसित
टीकमगढ़ जिले में यदि हम ओलावृष्टि की बात करें, तो यहां पर 60 से लेकर 70 गांव इस आपदा की चपेट में आए है. किसानों की गेहूं, चना, मटर, सरसों और सब्जियों की फसलें खराब हुई है. टीकमगढ़ कलेक्टर ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया कि जिले के ओला प्रभावित 60 से 70 गावों का सर्वे करवाने के लिए विशेष टीम बनाई गई है. इसमें कृषि विभाग, उद्यान विभाग, राजस्व विभाग और सभी ग्राम पंचायतों की टीम को भी लगाया गया है.
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ओलावृष्टि से तबाह हुई खेती
जिला कलेक्टर ने बताया कि ओलावृष्टि की पट्टी उत्तर प्रदेश से होते हुए निवाड़ी, पृथ्वीपुर ओर टीकमगढ़ के गांवों से होते हुए आई है. ओले गिरने से किसानों की फसलें चौपट हो गई है. किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं होगा. नुकसान के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि किसानों के सर्वे में सहयोग के लिए विधायकों से भी बोला गया कि वह किसानों की मदद करें.
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