विज्ञापन
Story ProgressBack

अनूपपुर के इस मोहल्ले का हाल बदहाल, सड़क-पानी के लिए तरस रहे लोग... जिम्मेदारों को नहीं कोई सुध

अनूपपुर के बिजुरी की नगर पालिका परिषद के हालात बदतर हैं. इस मोहल्ले में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है. आजादी के 76 साल बीत जाने के बाद भी यहां रहने वाले लोगों को बिजली पानी, सड़क, नाली की आम सुविधाएं भी नसीब नहीं हो पाई है.

Read Time: 4 min
अनूपपुर के इस मोहल्ले का हाल बदहाल, सड़क-पानी के लिए तरस रहे लोग... जिम्मेदारों को नहीं कोई सुध
अनूपपुर के इस मोहल्ले का हाल बदहाल, सड़क-पानी के लिए तरस रहे लोग

मध्य प्रदेश की नई सरकार बनने के बाद भी हालात जस के तस नजर आ रहे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा अनूपपुर के बिजुरी की नगर पालिका परिषद में देखने को मिला. जहां ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है. बिजली, सड़क जैसी सुविधाएं मिलना तो दूर, इस मोहल्ले के लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है. लोगों को साफ पानी के इंतजाम के लिए करीब 2 किलोमीटर दूर चलकर जाना पड़ता है. दरअसल, मामला बिजुरी के वार्ड नम्बर 7 बरघाट कुडाकु मोहल्ले का है जहां आजादी के 76 साल बीत जाने के बाद भी यहां रहने वाले लोगों को बिजली पानी, सड़क, नाली की आम सुविधाएं भी नसीब नहीं हो पाई है. बरघाट के इस मोहल्ले में करीब 100 से 150 लोगों का आदिवासी परिवार इन्हीं हालातों में जीवन यापन कर रहा है. यहां पर आसपास सड़कें भी कच्ची और टूटी-फूटी है.... और न ही यहां लोगों को बिजली की सुविधा मिलती है.

पक्की सड़क न होने के चलते लोगों को होती है परेशानी 

सड़क न होने के चलते छोटे बच्चों को स्कूल जाने के लिए रोज समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं, बरसात के मौसम में कीचड़ होने के चलते बच्चे स्कूल ही नहीं जा पाते, क्योंकि उन्हें बस्ती से करीब 2 से 3 किलोमीटर दूर पैदल चलकर स्कूल जाना पड़ता है और आने जाने के लिए कोई भी सड़क नहीं है.... बारिश में पगडंडी के रास्तो में कीचड़ जमा हो जाता है जिसके चलते भी काफी परेशानी होती है. ऐसे में इन बच्चों का भविष्य पर सवाल खड़ा होना लाजमी है. मोहल्ले के तमाम लोगों की जिंदगियां दांव पर लगी हुई है जिसे प्रशासन ने शायद भगवान भरोसे छोड़ दिया है. सड़क के आभाव में गर्भवती महिला, गंभीर बीमारी के मरीजों को खाट का सहारा लेना पड़ता है. 

यह भी पढ़ें : Cooch Behar Trophy : जबलपुर में जन्में कर्नाटक के 'प्रखर' ने युवराज सिंह का 24 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

जब पूछा गया सवाल तो नींद से जागे जिम्मेदार अधिकारी

बताते चलें कि ये मोहल्ला नगर पालिका क्षेत्र में आता है उसके बावजूद इस मोहल्ले में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है. एक तरफ प्रशासन की तरफ से बड़े-बड़े विकास के वादे किए जाते हैं... वहीं, दूसरी तरफ जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. आखिर इन आदिवासियों का विकास कौन करेगा? इस मोहल्ले के लोगों की जिंदगी आसान होगी या फिर इसी तरह से यहां के लोगों को परेशानियों से घिरकर जीना पड़ेगा. हालांकि इस मामले में जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी से बात की तो उन्होंने जो कहा वो बेहद हैरान करने वाला था. वे कहते हुए नजर आए कि जो मुद्दा आपने उठाया है उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा. इस बात से यह अंदाजा तो लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार अधिकारीयों से सवाल किया गया तब जाकर साहब नींद से जगाते दिखाई पड़े. अधिकारियों का इस तरह का रवैया सरकारी दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है जिसकी सरोकार प्रशासन को भी नहीं है. 

ये भी पढ़े: Ujjain: ताजपुर में दिखा तेंदुआ; ग्रामीणों में दहशत, सरपंच ने की अलर्ट रहने की अपील

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close