उज्जैन (Ujjain) के ताजापुर (Tajapur) गांव में तेंदुआ देखे जाने के दावे के बाद से ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल बन गया. दरअसल, तेंदुआ का मोबाइल से बना हुआ वीडियो सामने आया है, जिसके बाद गांव और आस-पास के इलाके में दहशत फैल गई. वहीं वीडियो आने के बाद गांव के सरपंच ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और वन विभाग को पत्र लिखकर तेंदुए को पकड़ने की मांग की है.
तेंदुआ नजर आने के बाद गांव में दहशत
ताजपुर ग्राम पंचायत के सरपंच मांगीलाल मालवीय ने बीते रविवार को एक वीडियो जारी कर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि गांव में तेंदुआ दिखाई दिया है. इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं. गांव में खतरनाक जानवर के दिखाई देने के बाद वन विभाग को तेंदुआ पकड़ने के लिए पत्र लिखा गया है.
वन विभाग से तेंदुआ पकड़ने की मांग
पंचायत के सरपंच मांगीलाल मालवीय ने कहा कि वन विभाग की टीम ने गांव में जाकर तेंदुआ होने की पुष्टि की है. वन विभाग से पिंजरा लगाकर तेंदुआ को पकड़ने की मांग की गई है, लेकिन जब तक तेंदुआ नहीं पकड़ा जाता तब तक लोग अपने घरों से निकलते समय सावधानियां बरतें. उन्होंने ये भी कहा कि गांव में कुत्ते मरे हुए दिखे तो समझ जाना तेंदुए ने शिकार किया है.
डीआईजी के बंगले में घुसा था तेंदुआ
बता दें कि गांव में तेंदुए के देखने की खबर एक पिर चर्चाओं में आ गई. हालांकि इससे पहले 18 साल पहले गांव में तेंदुआ दिखाई दिया था. दरअसल, साल 2005 में शहर में तेंदुआ आ गया था, जिसने कई कुत्तों के शिकार कर दिए थे. घटना से शहर में हड़प्पा मच गया था. इतना ही नहीं तत्कालीन डीआईजी विपिन माहेश्वरी के बंगले में भी तेंदुआ घुस गया था और उसने दरवाजे का कांच तक फोड़ दिया था. हालांकि जनहानि होने से पहले ही वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को ट्रैकुलिन इंजेक्शन देकर पकड़ लिया था.
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