Surat Accident Deceased Last Rites: सूरत हादसे में मरने वाले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पांच श्रमिकों का शव सीधी (Sidhi) लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस हादसे (Surat Accident) का शिकार पांच मृतकों में से दो परिवारों के दो-दो सगे बेटे शामिल हैं. ऐसे में घर का कोई पुरुष सदस्य नहीं होने पर किसी की पत्नी व किसी के चचेरे भाई ने अंतिम संस्कार किया. वहीं मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कमलेश्वर पटेल (Congress Leader Kamleshwar Patel) भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की. इसके साथ ही उन्होंने परिजनों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जिला कलेक्टर (Sidhi Collector) से भी बात की.
CM मोहन यादव ने अनुग्रह राशि देने की घोषणा की
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने इस हादसे में जान गंवाने वाले सीधी के पांच लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. बता दें कि मुख्यमंत्री यादव ने सोमवार को इस घटना में हुए जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था. अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के पीड़ितों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और अधिकारियों को घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
अव्यवस्थित तरीके से लाया गया शव
सूरत हादसे में इमारत में दबने से हुई दर्दनाक मौत के बाद मृतकों के शवों को अव्यवस्थित तरीके से लाया गया. मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि शव के लिए न तो आइस बॉक्स की व्यवस्था थी और न ही किसी तरीके की अन्य व्यवस्था की गई. पतली पॉलिथीन में शवों को बांधकर लाया गया है, जिससे शवों से दुर्गंध आने लगी थी. काफी मुश्किल के बाद शवों का अंतिम संस्कार किया गया है.
इस हादसे में मरने वालों में शामिल सभी पांच लोग सीधी जिले के मझौली विकासखंड के रहने वाले थे. हादसे में परासी गांव के रहने वाले दो सगे भाई हीरामणि और लालजी की मौत हो गई. वहीं दियाडोल गांव रहने वाले सगे भाई शिवपूजन केवट (24) और प्रवेश केवट (22) को भी अपनी जान गंवानी पड़ी. मझौली के वार्ड क्रमांक 6 के रहने वाले अभिलाष केवट (32) की भी इस हादसे में मौत हुई है.
पत्नी व चचेरे भाई ने किया अंतिम संस्कार
मझौली निवासी मृतक अभिलाष केवट के अंतिम संस्कार के दौरान सबसे पीड़ा दायक स्थित उस समय आई, जब परिवार के मुखिया की मौत हो जाने पर अंतिम संस्कार करने के लिए घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं था, ऐसे में मृतक की पत्नी शशिकला केवट को ही अंतिम संस्कार करना पड़ा. इस स्थिति को देखकर सभी की आंखें नम हो गई. इसी तरह स्थिति दियाडोल निवासी सगे भाइयों के अंतिम संस्कार में देखी गई, जहां दोनों सगे भाइयों को एक ही चिता पर उनके चाचा के लड़के ने अंतिम संस्कार किया.
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