Police Action In Burhanpur: बुरहानपुर जिले में बुधवार को उस वक्त हड़ंकप मच गया जब शाहपुर पुलिस ने एक साथ 67 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी. दरअसल, जिले के बोदरली गांव में आयोजित मेले में बुल फाईट की तर्ज पर प्रतिबंधित पाडा लडाई के आयोजन पर पुलिस ने 5 मेला समिति के सदस्यों समेत कुल 67 पशु पालकों पर कार्रवाई की है.
हिदायत के बावजूद पशु पालकों और मेला समिति ने पाडा लडाई का आयोजन कराया
पुलिस और प्रशासन ने शाहपुर थाना में एक दिन पूर्व बैठक आयोजित कर जिला प्रशासन व कोर्ट के आदेश की जानकारी देकर उन्हें समझाने की कोशिश की थी और उन्हें मेले में मूक जानवरो की लडाई का आयोजन नहीं करने की हिदायद दी गई थी, लेकिन हिदायत के बावजूद पशु पालकों और मेला समिति ने आयोजन करवाया.
बुरहानपुर में प्राचीन पाडा लड़ाई का एक दृश्य
कोर्ट के आदेशों का हवाला देकर पुलिस ने पाडा लडाई नहीं कराने का किया था अनुरोध
थाना शाहपुर के टीआई अखिलेश मिश्रा ने बताया बोदरली गांव के निवासी परमेश्वर राठौर, सुधाकर पदमे, किरण सूर्यवंशी, संजय पराडकर और जीवन पाटील ने 6 नवंबर को गांव में सालाना मेले का आयोजन किया था. पुलिस ने सभी को एक दिन पहले जिला प्रशासन व कोर्ट के आदेशो का हवाला देते हुए मेले में पाडा लडाई नहीं कराए जाने का अनुरोध किया था.
मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों व पाडा मालिकों ने आदेश का उल्लंघन किया
पुलिस के मुताबिक मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों व पाडा मालिकों ने कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया और बताया प्रतिबंधित पाडा पशुओं को मेले में लड़वाया गया. पुलिस का कहना है कि मेले में पाडा पशुओं की लड़ाई का आयोजन किया गया और महज मनोरंजन के लिए मूक पशुओं के साथ क्रूरता की गई.
पुलिस ने निषेधाज्ञा उल्लंघन व पशु क्रूरता अधिनियम के तहत दर्ज किया एफआईआर
पुलिस ने सभी 67 आरोपियों के खिलाफ निषेधाज्ञा उल्लंघन और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज किया है और पूरे मामले की जांच एसडीओपी नेपानगर द्व्रारा की जा रही है. पशु प्रेमियों ने पुलिस और प्रशासन की इस कार्यवाही का स्वागत किया है और आने वाले दिनों में इस तरह के आयोजन पर रोक लगाने की मांग की है.
दीपावली से लेकर मकर संक्राति पर सालों से होता रहा है पाडा लड़ाई का आयोजन
गौरतलब है महाराष्ट्र सीमावर्ती जिला बुरहानपुर में दीपावली पर्व से लेकर मकर संक्राति पर विभिन्न गांवों में कई सालों से पाडा लडाई का आयोजन हो रहा है, जिसको देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जमा होते है. पाडा लडाई के दौरान पाडो के भागने पर भगदड मचती है, जिससे कई बार लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते है.
पहली बार आदेश के उल्लंघन पर जिले के 67 लोगों पर दर्ज की गई एफआईआर
पाडा लड़ाई के आयोजन को जानलेवा और पशुओं के लिए क्रूरता को लेकर पूर्व में लगी जनहित याचिकाओं पर कोर्ट ने पशुओं की इस तरह लडाई आयोजन पर प्रतिबंध लगाया है. इसी के मद्देनजर बुरहानपुर प्रशासन ने विशेष आदेश निकाल कर ऐसे आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया है.
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