
मध्यप्रदेश में वैसे तो चुनाव में तीन महीने बाकी हैं लेकिन तकरीबन सभी नेता चुनावी मोड में आ चुके हैं. शिवपुरी के पिछोर तहसील में भी सोमवार यानी 21 अगस्त को कुछ ऐसा ही हुआ. यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे तो थे सरकारी कार्यक्रम में लेकिन माहौल चुनावी हो गया. दरअसल कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने हाथों में पट्टियां लेकर मुख्यमंत्री से मांग की कि पिछोर को जिला बनाया जाए. जिस पर मुख्यमंत्री ने भी तपाक से कहा- अगर भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार यहां से जीता है तो इलाके को जिले का दर्जा जरूर मिलेगा.

शिवराज ने पिछोर को जिला बनाने के साथ-साथ मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने का भी आश्वासन दिया.
शिव और ज्योति की जोड़ी कमाल करेगी: सिंधिया
कार्यक्रम के दौरान दिलचस्प स्थिति भी बनी. हुआ यूं कि शिवपुरी सांसद केपी यादव ने पिछले लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का जिक्र करते हुए मंच पर बैठे ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज करने की कोशिश की लेकिन खुद सिंधिया ने जब बोलना शुरू किया तो उन्होंने केपी कि इस बात को तो नजरअंदाज कर दिया. सिंधिया ने कांग्रेस को निशाने पर लिया. उन्होंने अपने ही अंदाज में चुटकी लेते हुए कमलनाथ औऱ दिग्विजय सिंह पर तंज कसा और कहा दोनों ने प्रदेश के लोगों के साथ वादा खिलाफी की है. एक तरफ उनकी जोड़ी है तो दूसरी तरफ शिव और ज्योति की जोड़ी है. सिंधिया ने कहा कि अब फैसला जनताा को करना है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यकीनन क्षेत्र का विकास की होगा और इसे जिला भी बनाया जाएगा.
कक्काजू के नहले पर शिवराज का दहला
अहम ये भी है कि मुख्यमंत्री के आने से एक दिन पहले क्षेत्र के कांग्रेस विधायक के पी सिंह कक्काजू ने यह कहकर माहौल को गरमा दिया था कि उन्होंने पिछले 15 सालों से पिछोर को जिला बनाने की मांग की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस को भली-भांति समझते थे उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि अगर उनका प्रत्याशी यहां से चुनाव जीता तो पिछोर को जिले में तब्दील कर जनता को धन्यवाद देने जरूर आएंगे. उसके बाद मुख्यमंत्री ने सीधा संवाद जनता से किया और अपनी सरकार की योजनाएं बताई. उन्होंने स्थानीय मुद्दों की पर भी बात की . लोगों की मांग के मद्देनजर उन्होंने इलाके में मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने का भी आश्वासन दिया.