
किसी भी मंदिर के पुजारी की छवि देवी- देवताओं की सेवा करने के रूप में देखी जाती है. ऐसे में अगर वही पुजारी महिलाओं को शादी का झांसा देकर व बरगलाकर शारिरिक शोषण करते रहे तो यही कहा जा सकता है कि साधु बन गया शैतान..... ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें उज्जैन के चिंतामन गणेश के पुजारी ने एक महिला के साथ दुष्कर्म किया है. आरोप है कि पुजारी ने शादी का झांसा देकर कई सालों तक एक महिला का शोषण किया. कथित आरोपी ने अपने अन्य साथी के साथ मिलकर इस वरदात को अंजाम दिया.
जानिए क्या है मामला?
दरअसल, एक महिला शादी ने उज्जैन के चिंतामन मंदिर के पुजारी और एक अन्य के खिलाफ आरोप लगाते हुए एक शिकायत दी है. महिला का आरोप है कि झांसा देकर दोनों आरोपियों ने महिला के साथ शारीरिक शोषण किया. इसी घटना को लेकर पीड़िता ने महिला परामर्श केंद्र में तहरीर दी थी. महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपियों ने उसके साथ 7 साल तक शादी का झांसा देकर शारिरिक शोषण किया है. कथित तौर पर आरोपियों की पहचान उज्जैन चिंतामन मंदिर के पुजारी ने देवनारायण और एक अन्य शख्स मोहन पटेल के रूप में हुई है. जहां पीड़िता ने बताया कि उसके पति श्याम सिंह की मृत्यु 10 साल पहले हो चुकी है. महिला की मोहन पटेल की पत्नी से अच्छी पहचान थी. महिला मोहन पटेल को 5 साल से जानती थी और मोहन ने भी महिला के साथ शारीरिक शोषण किया.
शादी का झांसा देकर शारीरिक दुष्कर्म
मोहन पटेल ने दूसरी शादी करवाने का झांसा देकर बोला था कि मैं देवनारायण को जानता हूं और उसी ने पीड़िता को पुजारी से मिलवाया था. इसके बाद पीड़िता और पुजारी की बातचीत शुरू हुई. जिसके बाद देवनारायण ने महिला से शादी का वादा किया और महिला के साथ लगातार शादी का झांसा देकर शोषण करता रहा. जब पीड़ित महिला पुजारी से शादी करने की बात कहती, आरोपी पुजारी कोई ना कोई बहाना बनाकर टाल देता था. महिला का आरोप है कि देवनारायण ने शारिरिक शोषण करने के दौरान उसके कुछ आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बना लिए थे. इसी का फायदा उठाकर वह महिला को ब्लैकमेल किया करता था. पीड़ित महिला शादी की बात कहती तो उसे जान से मारने की धमकी देता था. यही नहीं, जिस मकान में पीड़ित महिला रहती थी उसे भी खाली करवा दिया गया.
पुलिस ने कही समझौते की बात
इधर पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने उसे बयान के लिए बुलाया और 50-60 हजार रुपए लेकर समझौता करने की बात कही. पीड़िता ने बताया कि मोहन पटेल और देवनारायण दोनों उसके साथ शारीरक शोषण करते थे. पीड़िता ने बताया कि देवनारायण प्रॉपर्टी का काम करते हैं. साथ ही चिंतामणि मंदिर उज्जैन के पुजारी भी है. बताया जा रहा है कि महिला पुलिस सहायता केंद्र में पीड़िता पर दबाव बनाकर लाखों रुपए का लेनदेन कर इस मामले में समझौता करवा दिया है.
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