Madhya Pradesh News: इन दिनों मध्य प्रदेश में बारिश (Rain) का दौर जारी है. इन विपरीत हालातों के बीच भी सरकारी अमला जिम्मेदारी का बेहतर तरीके से निर्वहन कर रहा है. इसकी मिसाल है सिवनी जिला का स्वास्थ्य अमला है. जहां बाढ़ में फंसी एक महिला का प्रसव कराया गया. राज्य के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल (Rajendra Shukla) ने स्वास्थ्य अमले की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की है और जच्चा-बच्चा को भी बधाई दी है.
बाढ़ से टूट गया था कई गांवों का संपर्क
जानकारी के अनुसार मंगलवार को सिवनी जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ से कई गांवों का संपर्क टूट गया, जिनमें से एक जोरा बाड़ी गांव भी शामिल था. इस गांव में गर्भवती महिला रवीना बंशीलाल उइके को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी. परिवार ने उन्हें जिला अस्पताल सिवनी ले जाने का प्रयास किया, लेकिन सभी रास्ते बंद थे. परिवार ने आशा कार्यकर्ता से संपर्क किया, जो पहले से ही जिला अस्पताल में थी.
जलभराव की वजह से डॉक्टरों का दल नहीं पहुंच पाया गांव
आपातकालीन स्थिति में, आशा कार्यकर्ता ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीषा सिरसाम को सूचना दी. डॉ. सिरसाम ने कलेक्टर संस्कृति जैन को स्थिति से अवगत कराया. कलेक्टर ने तुरंत चिकित्सकीय दल को गांव भेजने के निर्देश दिए. बताया गया है कि अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद डॉ. मनीषा सिरसाम, नर्स सुनीता यादव, मेंटर कविता वाहने और आशा कार्यकर्ता कामता मरावी के साथ एसडीआरएफ टीम गांव के नजदीक पहुंची, लेकिन नाले में अधिक जलस्तर के कारण रुक गई.
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डॉ. ने फोन से गाइड कर कराया प्रसव
ऐसी स्थिति में डॉ. सिरसाम ने फोन पर गांव की प्रशिक्षित दाई को निर्देश दिए. दाई ने निर्देशों का पालन करते हुए रवीना का सुरक्षित प्रसव कराया. बाढ़ का पानी कम होने पर, डॉक्टरों का दल जच्चा और बच्चा को 108 वाहन से लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया. मां और जुड़वा बच्चे तीनों ही स्वस्थ हैं.
राज्य के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विषम परिस्थितियों में भी जनसेवा की भावना को प्राथमिकता देकर कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश करने वाली सिवनी की डॉ. मनीषा सिरसाम की सराहना की और कहा कि मानव सेवा ही देव सेवा है.
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