सिवनी के पंकज ठाकुर की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है, जिस दोस्त पर भरोसा था, वही दोस्त और उसका साथी कातिल निकले. मुंगवानी रोड स्थित एक निर्माणाधीन मकान में मिले शव के मामले में कोतवाली पुलिस ने राहुल ठाकुर और कमलेश बंदेवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में सामने आया है कि क्रिकेट सट्टे में हार और उधारी के पैसों का विवाद ही इस कत्ल की वजह बना.

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले मोबाइल ऐप के जरिए सट्टा खेलने के लिए पंकज ठाकुर से पैसे उधार लिए. मैच में हार के बाद रकम नहीं लौटा सके. अगले दिन फिर शराब और सट्टे के बहाने पंकज से दोबारा पैसे ले लिए गए. शराब के नशे में जब पंकज ठाकुर ने अपने उधार दिए गए पैसे वापस मांगे और पुलिस में शिकायत करने की बात कही तो दोनों आरोपी आपा खो बैठे.
मर्डर के बाद सोने की अंगूठी और कैश लेकर भागे
गुस्से में आकर रस्सी से गला घोंटकर पंकज ठाकुर की बेरहमी से हत्या कर दी. इतना ही नहीं, हत्या के बाद आरोपी मृतक की सोने की अंगूठी और 4,500 रुपये लेकर फरार हो गए. घटना के बाद दोनों आरोपी मोबाइल बंद कर छिपते रहे.
एसपी के निर्देशन में कोतवाली पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर तंत्र की मदद से दोनों आरोपियों को दबोच लिया. फिलहाल आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर लूटी गई रकम और आभूषण की बरामदगी और मामले से जुड़ी अन्य जांच की जा रही है.
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