मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna) जिले में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही की वजह से एक महिला की डिलीवरी कचरे के ढेर हो गई. बताया जा रहा है कि महिला पर अस्पताल स्टाफ ध्यान नहीं दे रहा था. उसे व्हील चेयर आदि नहीं दी गई. उसे जांच के लिए पैदल चलाया गया. इसी बीच यूरिन सैंपल देते समय अस्पताल के मैदान में ढेर पड़े कचरे में उसने बच्चे को जन्म दे दिया. यह मामला सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) जिला अस्पताल का है.
अस्पताल के मैदान में कचरे के ढेर में हुई महिला की डिलीवरी
दरअसल, शनिवार की सुबह जवाहर नगर की रहने वाली एक महिला प्रसव पीड़ा से कराहती हुई सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) अस्पताल पहुंची थी. प्रसूता जब गायनिक वार्ड में पहुंची और भर्ती होने की बात कही तो वहां पदस्थ स्टाफ नर्स रमा मिश्रा ने उसे यूरिन जांच के लिए भेज दिया. इस दौरान दर्द से कराहती महिला को व्हील चेयर भी नहीं दिया गया. इधर, प्रसूूता जांच के लिए वहां पहुंच पाती कि उससे पहले ही मैदान में ढेर पड़े कचरे में डिलीवरी हो गई. हालांकि कचरे में डिलीवरी होने के बाद जच्चा-बच्चा को भर्ती कर प्राथमिक उपचार किया गया.
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CMHO ने जांच के दिए आदेश
जैसे ही ये मामला CMHO डॉ. एलके तिवारी के पास पहुंचा तो उन्होंने भी इसे घोर लापरवाही माना है और जांच के आदेश दिए हैं. गनीमत रही की मासून को कुछ नहीं हुआ.
वहीं सीएमएचओ ने इस मामले की जांच को लेकर डां. सुनील पाण्डेय को आदेश दिए हैं, जिसमें कहा गया है कि घटना की विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन अपने स्पष्ट अभिमत व ड्यूटी में उपस्थित समस्त स्टाफ के बयान सहित 2 कार्य दिवसों में सिविल सर्जन द्वारा भेजना सुनिश्चित करें.