Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सतना में एक आदिवासी परिवार डायरिया की चपेट में आग गया. उल्टी-दस्त से पीड़ित युवक को उपचार तक नहीं मिला जिसके चलते घर पर ही उसकी मौत हो गई. बाकी चार लोगों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल सतना लाया गया.लेकिन सभी इलाज के लिए रीवा चले गए. पूरा मामला रामपुर बघेलान विकासखंड के गौहारी का है.
ये है मामला
दरअसल परिवार के पांच लोगों की शुक्रवार से तबियत खराब थी. इसकी 19 साल के अरुण कोल पिता कल्लू की सुबह उसके घर पर ही मौत हो गई। डायरिया से युवक की घर में मौत होने की खबर से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में स्वास्थ्य टीम गौहारी पहुंची और आसपास सर्वे किया. कोल परिवार के सभी लोग घर के ही कुंए का पानी पी रहे थे. जिसमें बारिश का पानी भी बहकर आता है.
कॉल करने पर नहीं पहुंची एम्बुलेंस
गौहारी गांव में उल्टी-दस्त की खबर मिलने के बाद भी एम्बुलेंस चालक वाहन लेकर नहीं पहुंचा. CMHO डॉ एलके तिवारी जिला स्तरीय टीम के साथ गौहारी पहुंचे और आदिवासी परिवार से मिले. पीड़ित परिवार की दवाइयां चालू की गईं. टीम ने अन्य घरों का भी सर्वे किया. ग्रामीणों ने बताया कि सूचना देने के बाद भी एम्बुलेंस चालक नहीं आया. दूसरे चालक ने तीन लोगों को ले जाने से मना कर दिया. CMHO ने 108 सेवा के जिला समन्वय को उस चालक को सेवा से पृथक करने के निर्देश दिए जो कॉल अटेंड करने के बाद भी समय पर नहीं पहुंचा.
मेडिकल ऑफिसर को नोटिस
सूचना मिलने के बाद भी सेक्टर मेडिकल ऑफिसर डॉ उमाकांत सोनी मौके पर नहीं आए. CMHO ने डॉ सोनी को नोटिस थमाया है. कुल मिलाकर ग्रामीण इलाकों में डायरिया पैर पसार रहा है और स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला उदासीन बना हुआ है. इससे लोगों में रोष देखा जा रहा है.
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