
Satna News: कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के बीच सतना कलेक्टर सतीश कुमार एस ने फूलों की होली खेली. बाल रंग के नाम से आयोजित इस समारोह में कलेक्टर एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बच्चों को रंग, गुलाल, मिष्ठान नए कपड़े और गिफ्ट आइटम भी प्रदान किए गए. बच्चों के खेलने के लिए पार्क में झूले आदि की व्यवस्था की गई. सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके साथ रंग गुलाल तथा पुष्पों की होली. कलेक्टर बंगले मे आयोजित समारोह से बच्चों के चेहरों पर खुशियों के रंग दिखा.
रविवार को बच्चों संग होली मिलन ‘‘बाल रंग 2025'' का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम चार वर्षो से आयोजित हो रहा है. महिला बाल विकास विभाग ऐसे कार्यक्रमों को बच्चों के लिए आयोजन करता है. बाल रंग के आयोजन में जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य भी शामिल हुए इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि इससे बच्चों को खुशी मिलती है.

400 बच्चे हुए शामिल
कलेक्टर बंगला में आयोजित बाल रंग समारोह में करीब 400 निराश्रित बच्चों ने हिस्सा लिया. बताया जाता है कि इन सभी बच्चों की जिम्मेदारी प्रशासन द्वारा सीएआर और सरकारी फंड के तहत निभाई जा रही है. उनके पठन-पाठन का कामकाज भी शासन के जिम्मे है. महिला बाल विकास अधिकारी सौरभ सिंह के अनुसार, कोविड-19 महामारी के दौरान जिले में करीब 36 बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया था. इसके अलावा तमाम निराश्रित बच्चे हैं, जिन्होंने किसी कारण से अपने माता-पिता को खो दिया है. उनका भी ध्यान शासन प्रशासन के द्वारा रखा जा रहा है.
खिले बच्चों के चेहरे
त्योहार के दिन कलेक्टर को अपने बीच पाकर तमाम बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे. कलेक्टर ने एक परिवार की तरह उनके साथ घुल-मिलकर होली खेली. जब उन्हें विदा किया, तब सभी को एक उपहार भी भेंट किया. इससे बच्चों की खुशी दोगुनी हो गई.