Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सागर जिले के ग्राम चैनपुरा के रहवासी गुरुवार को प्रस्तावित जलाशय परियोजना का विरोध करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. ग्रामीण अपने साथ आटा, सब्जी, कंडे (गोबर के उपले) और अन्य घरेलू वस्तुएं लेकर आए थे. उनका कहना था कि यदि प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी तो वे कलेक्टर कार्यालय के गेट पर ही रात गुजारेंगे और वहीं खाना बनाएंगेहालांकि, अधिकारियों की समझाइश के बाद ग्रामीण शांत हुए और वापस लौट गए.
ग्रामीणों ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि चैनपुरा में जल संसाधन विभाग द्वारा बांध निर्माण की योजना प्रस्तावित है, जबकि गांव में जलाशय की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने बताया कि गांव में पहले से ही 8 बड़े तालाब और करीब 200 कुएं मौजूद हैं, जिनसे सिंचाई, पशुपालन और दैनिक उपयोग का सारा काम सुचारू रूप से चलता है.
ग्रामीणों का कहना है कि यह परियोजना राजनीतिक द्वेष के चलते लाई जा रही है, जिससे गांव के गरीब और आदिवासी परिवारों की निजी भूमि प्रभावित होगी. लगभग 100 से अधिक परिवार इस परियोजना से प्रभावित हो रहे हैं.
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित जलाशय के लिए करीब 85 प्रतिशत भूमि निजी है, जबकि शासकीय भूमि उपलब्ध नहीं है. ऐसे में किसानों की उपजाऊ जमीन जलाशय में समा जाएगी, जिससे उनकी आजीविका पर संकट आ जाएगा.ग्रामीणों ने मांग की कि प्रशासन इस प्रस्तावित बांध परियोजना को रद्द कर, उनकी भूमि और आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
ये भी पढ़ें Raja Murder Case: शिलांग कोर्ट में राजा रघुवंशी के भाई विपिन का हुआ बयान, 26 नवंबर को फिर बुलाया