Polythene Factory Seized in Ratlam : रतलाम के दिलीप नगर क्षेत्र में महापौर प्रहलाद पटेल आज एक्शन में नज़र आए. महापौर पटेल ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 फैक्ट्रियों पर छापा मारा. इन फैक्ट्रियों में घटिया क्वालिटी की पॉलिथीन बैग बन रही थीं, जो पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक हैं. इस कार्रवाई के बाद माफियाओं में खलबली मच गई. दरअसल, लगातार शहर में अमानक पॉलिथीन बैग बेचने की शिकायतें मिल रही थीं. महापौर ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए खुद मौके पर पहुंचकर फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया. जहां पता चला कि फैक्ट्रियों में 120 माइक्रोन से कम की पॉलिथीन बनाई जा रही थी जबकि ये नियमों के खिलाफ है. कुछ जगह तो 15 से 50 माइक्रोन तक की पॉलिथीन बनती मिली.
फैक्ट्रियां हुई सील, दस्तावेज तलब
नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम ने चारों फैक्ट्रियों को तुरंत सील कर दिया. प्रशासन को देखते ही फैक्ट्री के कर्मचारियों ने भागने की कोशिश की लेकिन कार्रवाई जारी रही. प्रशासन ने फैक्ट्री मालिकों से जरूरी दस्तावेज मांगे हैं और जांच शुरू कर दी है. मामले में दोषियों पर जल्द ही FIR दर्ज की जाएगी.
ये भी पढ़ें :
शिवपुरी में हो रही थी पॉलिथीन की तस्करी ! पुलिस चेकिंग में NH 27 हाइवे से एक गाड़ी जब्त
MP के इस जिले में 1 फरवरी से सिंगल यूज प्लास्टिक हो जाएगी बैन, लिया स्वच्छता का संकल्प
प्लास्टिक डिस्पोजल की दुकान पर नगर पालिका की टीम का छापा, बड़ी मात्रा में सामग्री जब्त
Gwalior : प्लास्टिक के गोदाम में लगी आग, करोड़ों का हुआ नुकसान, मची अफरा तफरी
क्यों हानिकारक है ये पॉलिथीन ?
अमानक पॉलिथीन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है. दरअसल, ये आसानी से नष्ट नहीं होती है और न ही ये पॉलिथीन रीसाइक्लिंग के लिए उपयुक्त है. साथ ही 120 माइक्रोन से कम की पॉलिथीन पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है.
पॉलिथीन विक्रेताओं में खलबली
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा, "हमारी जिम्मेदारी शहर को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है. ऐसी फैक्ट्रियों पर सख्त कार्रवाई होगी. " बता दें कि इस कार्रवाई के बाद पॉलिथीन माफियाओं में हड़कंप मच गया है.