Madhya Pradesh News: स्वच्छता के मानकों को परिभाषित करने के लिये एनजीटी एवं केन्द्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण ने बालाघाट में प्रदूषण का बड़ा कारण पॉलिथिन को बताते हुए नगरपालिका को निर्देश दिए हैं कि इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जाएं. इस कड़ी में नगरपालिका परिषद कार्यालय सभाकक्ष में नगर पालिका अध्यक्ष ने एक बैठक की, जिसमें पॉलिथीन व्यापारियों के सुझाव जाने और 1 फरवरी से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध अमल में लाए जाने के बारे में अवगत कराया. जिस पर व्यापारियों ने नगरपालिका परिषद के निर्णय का स्वागत करते हुए हर संभव मदद किए जाने का भरोसा दिया है.
शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखने का दायित्व हम सभी का
बैठक में पालिका अध्यक्ष ने कहा कि हमारे शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखने का दायित्व हम सभी का है. उन्होंने कहा कि हमे गर्व है कि हमारे राज्य का इंदौर शहर देश में स्वच्छता की मिसाल कायम करता है. बालाघाट को गंदगी मुक्त, प्रदूषण मुक्त बनाने के साथ ही अब हमें प्लास्टिक से मुक्ति का संकल्प भी लेना होगा.
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एक फरवरी से हो जाएगी कार्रवाई शुरू
उन्होंने कहा, '1 जनवरी से सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर कदम उठाए जाने थे, लेकिन हमनें तय किया कि हमारे शहर के व्यापारियों से भी चर्चा की जाए. बैठक में हमने सुझाव सुने और हर पहलूओं पर अमल करते हुए निर्णय लिया है कि 1 फरवरी से शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से प्रतिबंधित होगी, इस प्रयास को सार्थक बनाने के लिये व्यापारियों, नगरवासियों का सहयोग भी जरूरी है.'
इस बैठक में व्यापारियों ने सुझाव दिए कि बाहरी लोग यहां आकर बाजार में प्लास्टिक का विक्रय कर देते हैं. चुनिंदा लोग ही हमसे प्लास्टिक खरीदते हैं. पालिका अध्यक्ष ने कहा कि व्यापारियों का नुकसान ना हो इसलिए कुछ दिन का समय देते हैं, 1 फरवरी से सिंगल यूज पॉलिथीन की बिक्री करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
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