
Ratlam Mahalaxmi Temple: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में दीपोत्सव की तैयारी शुरू हो चुकी है. हर साल की तरह इस साल भी पूरे मंदिर की सजावट नोटों से की जा रही है. इस मंदिर की मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से माता लक्ष्मी के चरणों में धन अर्पित करता है, उसके घर में धन-धान्य और समृद्धि बढ़ती है. यहीं कारण है कि हर साल दीपावली के अवसर पर मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगा रहता है. कोई माता के चरणों में रुपए रखता है, तो कोई चढ़ा रहा है.
हर साल की तरह इस बार भी देशभर से हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचना शुरू हो चुके हैं. इस बार मंदिर समिति ने दान देने की प्रक्रिया को और आसान और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल सिस्टम शुरू किया है. अब भक्त माता लक्ष्मी के चरणों में रखी जाने वाली राशि का पूरा रिकॉर्ड डिजिटल तरीके से दर्ज कर सकते हैं.
मोबाइल OTP से दान की पुष्टि
महालक्ष्मी मंदिर प्रशासन ने इस वर्ष भक्तों की सुविधा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है. अब माता के चरणों में रखी जाने वाली राशि का पूरा रिकॉर्ड डिजिटल सिस्टम से दर्ज किया जाएगा. श्रद्धालु द्वारा राशि अर्पित करने के बाद ऑनलाइन रसीद जारी की जाएगी. भक्त के मोबाइल पर ओटीपी (OTP) भेजा जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कितनी राशि किस श्रद्धालु द्वारा रखी गई है. इतना ही नहीं राशि की जानकारी श्रद्धालु को ईमेल पर भी प्राप्त होगी.
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मंदिर समिति का कहना है कि यह व्यवस्था भक्तों के विश्वास को और मजबूत करेगी तथा दान की पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी. दान के लिए अलग काउंटर और डिजिटल सहायता केंद्र बनाए गए हैं, जहां भक्त अपने मोबाइल नंबर दर्ज कर ओटीपी सत्यापन के साथ धन रख सकते हैं. बीते वर्षों की तुलना में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या और अर्पित की जाने वाली राशि दोनों में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है.
दिल्ली से दान करने पहुंचे श्रद्धालु
इस मंदिर की ख्याति इतनी है कि दूसरे राज्यों से भी भक्त यहां आते हैं. शनिवार को देश की राजधानी दिल्ली से आए दो श्रद्धालुओं ने सबसे पहले माता लक्ष्मी के चरणों में अपनी श्रद्धा राशि रखी. उन्होंने बताया कि उन्होंने रतलाम महालक्ष्मी मंदिर के बारे में टीवी और सोशल मीडिया पर देखा था. यहां की भव्यता और मान्यता के बारे में जानकर उन्होंने दीपावली के अवसर पर खुद यहां आने का निर्णय लिया. “हमने सुना था कि मां लक्ष्मी के चरणों में धन रखने से वह कई गुना बढ़कर वापस मिलता है. इसी आस्था के साथ हम यहां पहुंचे हैं.”
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं. मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही पुलिस जवान भी तैनात किए गए हैं.
नोटों से सजाया जाता है मंदिर
रतलाम का महालक्ष्मी मंदिर पश्चिमी मध्यप्रदेश का आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है. दीपावली के दौरान यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां लक्ष्मी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. पूरे मंदिर परिसर को लाखों रुपयों, फूलों और दीपों से सजाया जाता है. यही वह दृश्य होता है जब रतलाम सचमुच “महालक्ष्मी नगरी” में तब्दील हो जाता है. मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़, दान और दीपों की रौनक, इसे एक अद्भुत अनुभव बनाती है.