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ओरछा के रामराजा सरकार मंदिर में दर्शन का बदला समय! 500 साल से चली आ रही है परंपरा

बुंदेलखंड की अयोध्या कही जाने वाली धार्मिक नगरी Orchha के Ram Raja Sarkar Temple में दर्शन समय में बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था 8 अक्टूबर से लागू हुई है। अब मंदिर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम को 7 बजे से 9:30 बजे तक खुलेगा। यह 500 years old tradition temple है, जहाँ भगवान राम की पूजा राजा के रूप में होती है — यही Orchha tourism news 2025 की बड़ी अपडेट है।

ओरछा के रामराजा सरकार मंदिर में दर्शन का बदला समय! 500 साल से चली आ रही है परंपरा

Ram Raja Sarkar Temple Orchha: बुंदेलखंड की धार्मिक नगरी ओरछा, जिसे लोग प्यार से ‘बुंदेलखंड की अयोध्या' भी कहते हैं. यहां पर रामराजा सरकार मंदिर के दर्शन समय में बदलाव किया गया है. शारद पूर्णिमा के बाद मौसम बदलने के साथ यह परंपरागत परिवर्तन हर साल दो बार किया जाता है. नया समय 8 अक्टूबर से लागू हो गया है, जिससे श्रद्धालुओं को अब नई व्यवस्था के अनुसार दर्शन करने होंगे.

सुबह 9 बजे खुलेंगे मंदिर के कपाट

मंदिर प्रशासन ने बताया कि अब रामराजा सरकार मंदिर सुबह 9 बजे खुला करेगा. भक्त दोपहर 1 बजे तक भगवान के दर्शन कर सकेंगे. दोपहर में राजभोग आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. यह बदलाव शारद पूर्णिमा के दूसरे दिन से लागू हुआ है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, जो मौसम के अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर अपनाई जाती है.

शाम के दर्शन होंगे 7 बजे से 9:30 बजे तक

शाम के समय मंदिर के कपाट 7 बजे आरती के साथ दोबारा खुलेंगे. इसके बाद भक्त रात 9:30 बजे तक दर्शन कर सकेंगे. 9:30 बजे रात्रि व्यारी के बाद भगवान को शयन के लिए अयोध्या भेजा जाता है. इस दौरान पूरे मंदिर परिसर में भक्ति और राजसी परंपरा का अनोखा संगम देखने को मिलता है.

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500 साल पुरानी परंपरा

मंदिर समय में यह बदलाव कोई नई व्यवस्था नहीं है, बल्कि 500 वर्षों से चली आ रही राजशाही परंपरा का हिस्सा है. ओरछा के रामराजा सरकार मंदिर की खासियत यह है कि यहां भगवान राम की पूजा राजा के रूप में होती है. इस कारण यहां पूजा-पाठ और आरती का पूरा कार्यक्रम राजदरबार जैसी गरिमा के साथ किया जाता है.

चैत्र पूर्णिमा से शारद पूर्णिमा तक का समय अलग

परंपरा के अनुसार चैत्र पूर्णिमा से शारद पूर्णिमा तक मंदिर का समय थोड़ा अलग रहता है. इस अवधि में मंदिर सुबह 8 बजे खुलता है और 12:30 बजे तक दर्शन होते हैं. इसके बाद शाम को 8 बजे आरती के साथ कपाट खुलते हैं और 10:30 बजे शयन आरती के बाद बंद कर दिए जाते हैं. मौसम में ठंड बढ़ने पर समय में यह हल्का परिवर्तन किया जाता है ताकि श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े.

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