रक्षाबंधन के मौके पर शिवपुरी सर्किल जेल में बुधवार को राखी बांधने का कार्यक्रम रखा गया. इस कार्यक्रम ने जेल में मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया. जेल में बंद कैदियों की कलाई पर राखी बांधने उनकी बहनें काफी दूर -दूर से आईं. जेल में राखी के कार्यक्रम के दौरान कई मौके भी आए जब वहां उपस्थित लोगों की आंखों में आंसू आ गए.
तीन साल से नहीं हो पा रहा था कार्यक्रम
कोविड के कारण शिवपुरी जेल में पिछले तीन साल से राखी का कार्यक्रम आयोजित नहीं हो पा रहा था लेकिन इस बार यहां बड़ी संख्या में बहनें अपने भाईयों की कलाइयों पर राखी बांधने आई. हमारे संवाददाता को मुरैना से आई एक बहन राधा ने बताया कि "वह अपने भाई से 2 साल के बाद मिल रही है, राखी बांधकर वो बहुत ही खुश है, भावुक होते हुए उसने बताया कि उसने अपने भाई को बहुत समझाया था कि अपराध के रास्ते में आगे ना बढ़े लेकिन वो नहीं माना और अब वो अपने किए की सजा भुगत रहा है, लेकिन आगे वो कोई भी गलत काम नहीं करेगा इसका उसने मुझे भरोसा दिया है."
बहन राधा की तरह ही इस कार्यक्रम में ना जाने कितनी बहनों ने अपने भाईयों से सुधरने और आगे से कोई भी गलत काम ना करने की कसम ली होंगी और भाईयों ने भी ये कसम खाकर, वादा करके अपनी बहनों को सबसे अनमोल तोहफा दिया होगा.
जेल में करीब 350 कैदी अपनी सजा काट रहे हैं
आपको बता दे शिवपुरी की इस जेल में 350 से ज्यादा कैदी बंद है. इन्हीं कैदियों से मिलने इनकी बहनें काफी बड़ी संख्या में आई हुई थीं सर्किल जेल शिवपुरी के जेल अधीक्षक ने बताया कि बहनों से भाइयों की मुलाकात के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं और सुरक्षा को लेकर भी पूरी तैयारी है, 3 साल बाद जिला सर्किल जेल शिवपुरी में रक्षाबंधन के अवसर पर भाइयों और बहनों की मुलाकात हो रही है यह हम सब को भावुक कर देने वाली स्थिति है.
जेल अधीक्षक का प्रयास काफी सराहनीय है इस तरह के भावुक करने वाले कार्यक्रमों से कैदियों में सुधार होने की बहुत संभावना हैं.