
MP Congress: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भोपाल दौरे के बाद मध्यप्रदेश की सियासत गर्म है. दूसरे शब्दों में कहें तो अब मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तलाश शुरू हो गई है- कौन है बारात का घोड़ा, कौन है रेस का घोड़ा और कौन है लंगड़ा घोड़ा. इसी मुद्दे पर NDTV ने प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पंचायत लगाई तो और भी दिलचस्प बातें सामने आईं. इस पंचायत में एक कांग्रेस कार्यकर्ता अभिनव बारोलिया ने राहुल गांधी की बात से एक कदम आगे बढ़ते हुए ये कहा कि कांग्रेस में में गद्दार घोड़े भी मौजूद हैं. उन्हें पार्टी से बाहर निकालना होगा.

भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते राहुल गांधी
NDTV की पंचायत के दौरान कार्यकर्ताओं ने खुल कर अपनी बात रखी- एक कांग्रेस कार्यकर्ता फिरोज सिद्दकी ने बताया- अब AICC के ऑब्जर्वर पता लगाएंगे लंगड़ा घोड़ा कौन है और बारात का घोड़ा कौन है. अब पता चलेगा कि कौन रेस में हैं और कौन नहीं. उनके मुताबिक राहुल के कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग उनका इशारा समझ गए हैं. एक दूसरे कार्यकर्ता संतोष सिंह ने कहा- अभी हम लंगड़े घोड़े,रेस के घोड़े और बारात के घोड़े का नाम लेंगे तो विवाद खड़ा हो जाएगा. आप इंतजार करिए सब सामने आएगा.
राहुल के भाषण से कार्यकर्ता गदगद
बता दें कि मंगलवार को राहुल गांधी भोपाल आए थे. उन्होंने कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत दिन भर में आधा दर्जन से ज्यादा बैठकें की. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस दफ्तर के अलावा रविंद्र भवन में भी कांग्रेस के प्रदेश भर से आए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. दोनों बैठकों में मध्य प्रदेश कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता मौजूद थे. इस दौरान अपने संबोधन में राहुल ने राज्य में पार्टी के सीनियर लीडरशिप को भी निशाने पर लिया. राहुल ने कहा- मुझे पता है कि कई कार्यकर्ताओं के हाथ बांधे गए हैं लेकिन उनमें ये क्षमता है कि वो बीजेपी को हरा सकें. राहुल ने अपने संबोधन में जैसे ही रेस का घोड़ा, बारात का घोड़ा और लगड़े घोड़े की बात कही तो पूरा हाल तालियों से गूंज उठा. बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी NDTV से कहा- दिग्गज नेताओं को समझ में आ गया होगा कि राहुल गांधी का इशारा किस तरफ है. कौन किस तरीके का घोड़ा है ये आने वाले वक्त में पता चल जाएगा.
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