Congress Protest in MP: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में मणिपुर (Manipur) से शुरू हुई कांग्रेस (Congress) की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' असम (Assam) पहुंच चुकी है. असम में यात्रा पर हुए हमले के विरोध में कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है. मंगलवार को पार्टी ने कई जगह मौन धरना कार्यक्रम आयोजित किया. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भी कई जिलों में कांग्रेस की ओर से मौन धरना प्रदर्शन किया गया. भोपाल में अयोजित धरने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh), कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे.
'राहुल गांधी को मंदिर जाने से क्यों रोका गया?'
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने जिन लोगों को आमंत्रित किया था, वे सभी अयोध्या में पोषित हो गए. जिन्हें आमंत्रित नहीं किया था, उनसे कहा गया था कि जो जहां है वहां मंदिर में जाए. लेकिन असम में यात्रा के समय राहुल गांधी मंदिर जाना चाहते थे फिर उन्हे क्यों रोका गया? इसका जवाब न असम के मुख्यमंत्री के पास है न ही प्रधानमंत्री के पास. दिग्विजय सिंह ने कहा, 'रामराज की बात करते हैं, क्या यही रामराज है कि हम अकेले मंदिर जाएंगे और किसी को नहीं जाने देंगे. कांग्रेस अन्याय के खिलाफ भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रही है.'
यह भी पढ़ें : 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर हमले के विरोध में MP कांग्रेस का मौन धरना, नेता बोले- ये लोकतंत्र की हत्या
'अब सुभाष चंद्र बोस की विचारधारा पर चलना होगा'
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को रोके जाने और उन पर FIR के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, 'कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अब गांधी नहीं सुभाष चंद्र बोस की विचारधारा पर चलना होगा. लोकतंत्र को बचाने के लिए राहुल गांधी यात्रा कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, खेती किसानी पर बात नहीं करती है.'
'लोगों का लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से भरोसा उठ गया'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'बीजेपी की नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार विकास की बात नहीं करना चाहती. बीजेपी ने बेरोजगारी, गरीबी, काला धन जैसे वादे किए लेकिन अब उन वादों की बात नहीं करते. राहुल गांधी ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रेम का संदेश लेकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली. उन्हें जनता का खूब समर्थन मिला. आज 45 साल का सबसे ज्यादा कर्ज है, महंगाई अपने चरम पर है, लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हो रहा है. लोगों का लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से भरोसा उठ गया है. जगह-जगह ईवीएम का विरोध हो रहा है.'
यह भी पढ़ें : MP का इकलौता कांग्रेसी जो बना रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी, पार्टी ने किया था कार्यक्रम का बायकॉट
जीतू पटवारी ने कहा, 'राहुल गांधी ने मणिपुर से यात्रा निकाली जहां हजारों लोग दंगों में मारे गए लेकिन पीएम मोदी गए तक नहीं. राहुल गांधी की यात्रा पर पथराव होता है. जहां जाने की परमिशन राहुल गांधी को दी जाती है वह बाद में कैंसल कर दी जाती है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा धमकी देते हैं कि आज FIR करवाएंगे और 3 महीने बाद गिरफ्तार.'