Sagar Police: मध्य प्रदेश के सागर में एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा करना आरोपियों को भारी पड़ गया. हालांकि, स्कूल के प्राचार्य ने काम अपने बेटे को अच्छे नंबर दिलाने के लिए किया था. क्योंकि बेटा पढ़ने में कमजोर था, पर चाल उलटा पड़ गई.दरअसल, के बिलहरा में संचालित ठाकुर उदयभान मेमोरियल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य और कॉलेज संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, इन पर तीन-तीन हजार का इनाम घोषित किया गया था.
दो फर्जी कैंडिडेट्स दे रहे थे एग्जाम
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलहरा में आयोजित 12वीं एमपी बोर्ड की परीक्षा द्वारा आयोजित की गई थी, एमपी बोर्ड की परीक्षा में ठाकुर उदयभान मेमोरियल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के दो छात्रों की जगह अन्य दो फर्जी व्यक्तियों के द्वारा परीक्षा दी जा रही थी, जिस में जांच में केंद्र अध्यक्ष ने उन्हें पकड़ लिया था, जिसके बाद थाने में जाकर आवेदन देकर उनकी शिकायत की गई थी.
लंबे समय से तलाश में थी पुलिस
जिसके बाद पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद से ही छात्र और स्कूल संचालक कृष्ण सिंह राजपूत फरार था, जिसे पकड़ने के लिए सागर पुलिस अधीक्षक के द्वारा टीम घोषित की गई थी. इसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार तलाश की जा रही थी. पुलिस ने शनिवार को आरोपी प्राचार्य कृष्ण सिंह राजपूत सहित छात्र को गिरफ्तार कर लिया है.
ये भी पढ़ें- Jitu Patwari: क्या बुधनी और विजयनगर विधानसभा उपचुनाव पटवारी के लिए वापसी का आखिरी मौका है?
बेरोजगारी का उठाया फायदा
पुलिस की पूछताछ में कृष्ण सिंह राजपूत ने बताया की बेटे को अच्छे नंबर से पास करने के लिए उसने यह फर्जी बड़ा किया था वही पैसों के लालच में आकर परीक्षा देते हुए पकड़े गए उक्त फर्जी छात्रों की आर्थिक स्थिति और बेरोजगारी का फायदा उठाकर उनसे फर्जी काम कराया गया था. वहीं, इस पूरे मामले में सागर एडिशनल एसपी लोकेश सिंह ने बताया एक स्कूल संचालक है, जिन्होंने फर्जी तरीके से परीक्षा कराई थी एजुकेशन का मास्टरमाइंड था और घटना के बाद से लगातार फरार था बिलहरा और सुर्खी पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया. तीन हजार का उसे पर इनाम भी घोषित था.
ये भी पढ़ें- भाजपा ने जारी की पहली लिस्ट, फडणवीस समेत इन 99 प्रत्याशियों के नामों का किया ऐलान