
MP NEWS: मध्यप्रदेश की शिवपुरी स्थित आईटीआई सेंटर में पिछले 15 दिनों से पढ़ाई पूरी तरह से बंद रही. वजह थी कैंपस में लगा 33 केवी का ट्रांसफार्मर, जो अचानक खराब हो गया और पूरे संस्थान की बिजली सप्लाई ठप कर दी.
बिजली न होने से न वर्कशॉप चल सके, न लैब, और हॉस्टल में रह रहे छात्रों को जरूरी सुविधाएं भी नहीं मिल पाईं. छात्रों का कहना है कि वे एक महीने से बिना बिजली और पानी के रह रहे हैं. हॉस्टल में न पंखा चल रहा था और न ही पीने का पानी मिल रहा था.
आईटीआई जैसे बड़े संस्थान के पास बिजली संकट से निपटने का कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं था. न बड़ा जनरेटर, न ही बैकअप प्लान. प्रबंधन ने केवल एक छोटा जनरेटर और दो इनवर्टरों के सहारे कैंपस को किसी तरह रोशन रखने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास नाकाफी साबित हुआ.
वर्कशॉप में सन्नाटा, मशीने बंद
आईटीआई कैंपस की वर्कशॉप, जो सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक दो शिफ्ट में चलती है, पूरी तरह वीरान पड़ी थी. मशीनें बंद थीं और छात्र गायब. वर्कशॉप इंचार्ज संदीप कुमार ने स्वीकार किया कि बिजली न होने की वजह से प्रशिक्षण पूरी तरह बाधित हुआ.
बिना बिजली के हुए टेस्ट, छात्रों ने उठाए सवाल
छात्रों ने बताया कि टेस्ट ऑफलाइन मोड में लिए गए, लेकिन इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर में बिजली के बिना टेस्ट लेना कितना प्रभावी होगा, यह सवाल उठना लाजिमी है. छात्र पूछ रहे हैं कि लैब और मशीनों के बिना लिया गया टेस्ट आखिर किस काम का है?
अब जाकर बहाल हुई बिजली, ट्रांसफार्मर मिला तो लौटी रौशनी
आईटीआई के सहायक ग्रेड-2 गोविंद सिंह ठाकुर ने एनडीटीवी को बताया कि 15 दिन पहले ट्रांसफार्मर फेल हो गया था. आसपास के जिलों में भी वैकल्पिक ट्रांसफार्मर उपलब्ध नहीं था. अब जाकर नया ट्रांसफार्मर आया है और बिजली बहाल की गई है.
हालांकि अधिकारी का कहना है कि उस दौरान सत्र समाप्त हो चुका था, लेकिन छात्रों के अनुसार वर्कशॉप और टेस्ट दोनों जारी थे.