MP News In Hindi: एमटीएफई (MTFE) क्रिप्टो करेंसी फ्राड में रतलाम पुलिस द्वारा जापान और सिंगापुर बेस्ड कंपनियों से 108 करेंसी में लगभग 44 लाख रुपये सीज कर भारत वापस लाये गये. मंदसौर, नीमच, धार और राजस्थान समेत कई स्थानों पर एमटीएफई में क्रिप्टो करेंसी द्वारा पोंजी स्कीम के जरिये हजारों लोगों के साथ फ्रॉड किया गया है.
इतने लाख रुपये की ठगी की थी
बता दें, लोगों को 30 प्रतिशत मासिक रिर्टन का लालच देकर करोड़ो रुपये का फ्राड किया गया था,24 अगस्त 2023 को आवेदक सलीम पिता काले खां की रिपोर्ट पर अनावेदक मोहम्मद फेज उर्फ निक्कु, आजम खान हुजेफा जम्माली बोहरा, आलोक पाल, वाजिद एवं वसीम द्वारा लगभग 20 लाख 76 हजार रुपये की ठगी करने पर शिकायत की थी.
केस दर्ज किया गया था
इस मामले को औद्योगिक क्षेत्र जावरा में केस दर्ज किया गया. आवेदक अशरफ अली की रिपोर्ट पर अनावेदक गोविंद सिंह, संदीप टांक के विरुद्ध थाना स्टेशन रोड में लगभग 26 लाख 51 हजार 20 रुपये की ठगी करने पर अपराध क्रमांक 748/23 पर केस दर्ज किया गया था.
ये वादा करके आकर्षित किया था
इस मामले में अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया, जिसमें अनावेदकों के द्वारा एमटीएफई ऐप के माध्यम से आम जनता को उनके निवेश पर असाधारण उच्च रिटर्न का वादा करके आकर्षित किया गया था. जैसे कि क्रिप्टो करेंसी जमा पर 30 प्रतिशत मासिक रिटर्न देने का वादा आमजन से किया गया. आसानी से पैसे कमाने वाली इस पोंजी स्कीम पर भोले-भाले लोगों ने विश्वास किया. फिर कुछ समय बाद कंपनी द्वारा इस स्कीम से ठगी कर बंद कर दी गई.
एक्शन के दिए निर्देश..
पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा(भा.पु.से) द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक जावरा दुर्गेश आर्मो व नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिनव कुमार बारंगे के निर्देशन में थाना औ.क्षे. जावरा, थाना स्टेशन रोड़ रतलाम एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे.टीम द्वारा आम जन को दिए गए क्यू आर कोड/टीआरसी-20 के एड्रेस को एकत्रित किया गया, जिसमें लगभग 266 पीड़ितों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपये की ठगी रतलाम जिले में डज्थ्म् द्वारा करना पाई गई.
इस संबंध में मिली अहम जानकारी
अपराध की विवेचना में टीम द्वारा एमटीएफई कंपनी द्वारा किये गये फ्राड का पर्दाफाश किया. इन दोनों केसों में MTFE के सीईओ हुजेफा जमाली और गोविंद सिंह चंद्रावत सहित कुल 08 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, एमटीएफई फ्रॉड में संलिप्त कलिन कंपनी के डायरेक्टर योगानंदा बमोरे से पूछताछ पर Binance, Huobi, TRC20 आदि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई.
रुपयें का लेन-देन अलग-अलग देशों से किया गया
इस दौरान लगभग 10 लाख 48 हजार टीआरसी 20 के एड्रेस प्राप्त किये गये, जिसमें डज्थ्म् क्यूआर कोड द्वारा बड़ी मात्रा में रुपयें का लेन-देन अलग-अलग देशों से किया गया.एनॉलिसस करने पर डज्थ्म् द्वारा भारत सहित श्रीलंका, बाग्लादेश, पाकिस्तान और नाइजिरिया में भी इस प्रकार का फ्राड करना पाया गया. टीआरसी 20 से करेंसी को कन्वर्ट करने के लिये लगभग 56 Counterparty एक्सचेंज का उपयोग किया, जिनमें मुख्य रूप से Binance, KuCoin, OKX, Huobi, Bybit, USDt~Token, MEX, SunCrypto आदि एक्सचेंज है.
40 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ
बायनेंस से संपर्क कर जानकारी प्राप्त की गई. एनॉलिसिस कर मुख्य खाता UId~301254931 चिंहित किया गया, जिसमें भारत से ठगी की गई राशि का लगभग 40 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है. उपरोक्त बायनेंस का अकाउंट प्रकरण के मुख्य आरोपी Enaku Pame के नाम से रजिस्टर्ड है. इस बायनेंस के खाते को भारत के अतिरिक्त सिंगापुर, मलेशिया से अलग-अलग डिवाइस पर रजिर्स्ड कर खाते का उपयोग किया गया.साथ इस खाते में भारत और मलेशिया के मोबाइल नंबर पंजीकृत पाए गए.
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शासकीय खातों में रिफंड करवाई गई इतनी राशि
बायनेंस द्वारा एमटीएफई अकाउंट से कनेक्टेड बायनेंस के लगभग 41 खाते किये हैं, जिन्हे रतलाम पुलिस द्वारा न्यायालय के आदेश से फ्रिज करवाया गया. इन खातों में लगभग 44141-33032 USd~ जमा होकर वर्तमान में भारतीय रुपये में लगभग 44 लाख रुपये हैं. बायनेंस में होल्ड राशि अपराध से संबंधित होने से शासकीय खाते में ली जाने के लिए बायनेंस से पत्राचार कर राशि में से 43 लाख 77 हजार 503 रुपये 26 करेंसी के रूप में शासकीय खातों में रिफंड करवाई गई. इस प्रकरण में मुख्य आरोपी Enaku Pame और Marcy Pame की लगातार तलाश की जा रही है.इन आरोपियों के गिरफ्तार होने पर अन्य कई खुलासे होने की संभावना है.
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