विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Sep 22, 2023

ऑर्गन ट्रांसप्लांट : जबलपुर से भोपाल तक बना मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा ग्रीन कॉरिडोर 

मध्य प्रदेश में ऑर्गन ट्रांसपोर्ट करने लिए अब तक का सबसे बड़ा ग्रीन कॉरिडोर गुरुवार 21 सितंबर की रात को देखा गया. जिसमें जबलपुर से ऑर्गन लेकर भोपाल तक पहुंचाया गया.

Read Time: 4 min
ऑर्गन ट्रांसप्लांट : जबलपुर से भोपाल तक बना मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा ग्रीन कॉरिडोर 
जबलपुर:

Madhya Pradesh News : ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Organ Transplant) के लिए मध्यप्रदेश में कई बार एक शहर से दूसरे शहर के लिए ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) बनाया गया है. लेकिन प्रदेश में ऑर्गन ट्रांसपोर्ट करने लिए अब तक का सबसे बड़ा ग्रीन कॉरिडोर गुरुवार 21 सितंबर की रात को देखा गया. जिसमें जबलपुर से ऑर्गन लेकर भोपाल तक पहुंचाया गया.

Latest and Breaking News on NDTV

जब जान बचाना नामुमकिन लगा तब लिया अंगदान का निर्णय

 जबलपुर निवासी 64 वर्षीय राजेश सराफ को जब उनके रिश्तेदार मेट्रो हॉस्पिटल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने कहा ब्रेन ट्यूमर के कारण उनके मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया है. मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन जब बचना लगभग नामुमकिन सा दिखने लगा तब जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के उपाध्यक्ष और बड़ेरिया मेट्रो प्राइम के मैनेजिंग डायरेक्टर (Managing Director) सौरभ बड़ेरिया ने अंगदान (Organ Donation) की मुहिम को आगे बढ़ते हुए परिजनों की काउंसलिंग शुरू की. इसके बाद मरीज राजेश सराफ के भांजे पीयूष सराफ अंगदान के लिए राजी हो गए.

यह भी पढ़ें : सूरजपुर: कुत्ते ने दौड़ाया, डर कर भागी मासूम बच्ची कुएं में गिरी, मौत

सीएम शिवराज ने दिया हेलिकॉप्टर

जब ब्रेन डेड पेशेंट के परिवारजनों ने ऑर्गन डोनेशन का निर्णय ले लिया, तो डोनर के बाद रिसिवर की तलाश शुरु हुई जो कि भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में मिल गया. देश में अंगदान की प्रक्रिया अभी भी जटिल है, क्योंकि इस ऑर्गन डोनेशन की कानूनी कर्रवाई दो दिनों तक चली और उसके बाद ऑर्गन ट्रांसफर (Organ Transfer) के लिए ग्रीन कॉरिडोर की तैयारी शुरु हुई. ऑर्गन ट्रांसपोर्टेशन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) द्वारा दिए गए हेलीकॉप्टर से डॉक्टर्स का दल जबलपुर पहुंचा और अंग निकलने की प्रक्रिया शुरू हुई.


खराब मौसम की वजह से बनाया गया 650 KM का कॉरिडोर

हेलिकॉप्टर जबलपुर पहुंच तो गया था लेकिन जब भोपाल लौटने की बारी आयी तो खराब मौसम की वजह से हवाई मार्ग से जाने में दिक्कत महसूस की गई. इसके बाद जबलपुर से भोपाल तक 650 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया और रात लगभग 12:00 बजे भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में देवास के 64 वर्षीय मरीज के शरीर में ट्रांसप्लांट किया गया. 

इस कॉरिडोर का रूट क्या था?

मध्यप्रदेश में अब तक का जो यह सबसे लंबा ग्रीन कॉरिडोर (Longest Green Corridor) बनाया गया था. यह कॉरिडोर जबलपुर से नरसिंहपुर, रायसेन और भोपाल के बीच बनाया गया था.

एक्पर्ट्स ने क्या कहा?

ऑर्गन रिमूव और ट्रांसप्लांट करने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले डॉक्टर राजेश पटेल ने बताया कि 6 घंटे के अंदर ऑर्गन ट्रांसप्लांट किया जाना आवश्यक होता है. इसके लिए काफी हिम्मत की जरूरतर पड़ती है.

डॉक्टर शैलेंद्र राजपूत ने बताया कि अब देश में ऑर्गन डोनेशन के लिए लोगों को जागरूक होना चाहिए ताकि शहर में ही लोगों को अंग मिल सके और ग्रीन कॉरिडोर बनाने की आवश्यकता ही ना पड़े, क्योंकि कई बार समय ज्यादा लग जाने के कारण अंगदान संभव नहीं हो पाता है.

सौरभ बड़ेरिया का कहना है कि अब शीघ्र ही शहर में ही ऑर्गन ट्रांसप्लांट का सुविधा प्रारंभ की जाएगी. इस बार भी ऑर्गन शहर में ही ट्रांसप्लांट किया जाता, लेकिन रिसीवर की जानकारी न होने से यह प्रक्रिया नहीं हो सकी.
 

यह भी पढ़ें :देश में महिलाओं को मिला आरक्षण पर विदिशा में पार्षद पति उड़ा रहे माखौल

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close