Maihar News: अफीम एक ऐसा नशा है, जिसको लेकर दुनिया के हर देश में अलग-अलग कानून बनाए गए हैं. सबसे ज़्यादा अफीम का अफगानिस्तान में उगाई जाती है. वहीं, मध्य प्रदेश के मंदसौर और नीमच ज़िले भी अफीम उगाने में पीछे नहीं है. यही नहीं, अफीम की अवैध खेती की ये रवायत अब MP के बाकी ज़िलों में भी शुरू हो गई है... क्योंकि जिस तरह से मैहर जिले से लगातार अफीम की अवैध खेती के मामले सामने आ रहे हैं उससे ऐसा ही लग रहा है कि अवैध करोबारी मैहर को मंदसौर बनाने में तुले हुए हैं. महज़ चौबीस घंटे के अंदर जिले में दो जगहों पर अफीम खेती पकड़ी गई.
बीते दिन भी सामने आया था मामला
बीते दिन, अमरपाटन थाना क्षेत्र के सुआ गांव के बाद अब बदेरा थाना क्षेत्र के ककरा हल्का के कुबरी गांव में अफीम की खेती पकड़ी गई थी. तो वहीं, मंगलवार देर रात पुलिस आरोपियों के खेत से अफीम उखड़वा रही है. अभी तक इस मामले के आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है. पर पुलिस सूत्रों ने बताया है कि कोई जुगल किशोर पटेल है जिसे पुलिस ने पकड़ा है और यह अफीम की खेती भी उसी की है.
मौके पर पहुंचीं पुलिस व राजस्व विभाग की टीम
कुबरी गांव में अफीम की खेती किए जाने का मामला सामने में आने के बाद नायब तहसीदार समेत बदेरा थाना SHO अरुण सोनी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. बताया जाता है कि कुबरी हल्का की आराजी नंबर 33 में अफीम बोई पाई गई. राजस्व रिकार्ड के मुताबिक इस जमीन का मालिक चंद्रभान सिंह, रामनिवास है. इस ज़मीन का क्षेत्रफल करीब 1.8500 हेक्टेयर है.
सरसों की आड़ में बोई गई थी अफीम की फसल
बताया गया है कि यह अफीम की फसल सरसों की फसल के साथ बोई गई थी. ताकि किसी को भी इस बात का पता नहीं चल सके. हालांकि जब फसल तैयार हुई और अफीम की डोंडी बाहर आई उसके बाद गांव में चर्चा शुरू हो गई. अमरपाटन के सुआ गांव में कार्रवाई के बाद चर्चा ने जोर पकड़ा और मामला पुलिस विभाग तक जा पहुंचा.
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