
मध्य प्रदेश के नीमच जिला अस्पताल में रविवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया. एक 14 वर्षीय नाबालिग को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों के साथ अस्पताल पहुंची, जहां उसने समय पूर्व नवजात को जन्म दिया. मगर जन्म के करीब 10 से 12 घंटे बात ही नवजात की मौत हो गई.
छह माह की गर्भवती
जानकारी के अनुसार, बघाना थाना क्षेत्र की किशोरी (14) छह माह की गर्भवती परिजनों के साथ करीब 3-4 दिन पहले अस्पताल पहुंची थी. उसी प्रसव पीड़ा हुई थी. नाबालिग गर्भवती को देखकर प्रसूति कक्ष में तैनात डॉक्टर भी हैरान हो गए. उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत स्थानीय चौकी पुलिस और अस्पताल प्रबंधक को सूचना दी.
प्री-मैच्योर नवजात को दिया जन्म
इसके बाद चिकित्सकों ने नाबालिग की डिलीवरी प्रक्रिया शुरू की. प्रसव के दौरान नाबालिग ने एक अपरिपक्व (प्रीमैच्योर) नवजात को जन्म दिया. हालांकि शिशु की हालत गंभीर थी और उसे एसएनसीयू में इलाज के लिए भर्ती किया गया, लेकिन कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन ने नियमानुसार पुलिस की मौजूदगी में शिशु का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है.
जिम्मेदार के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
वहीं, बघाना थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मौत का मामला दर्ज कर प्रसूता से पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि इस घिनोनी हरकत के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर सख्त कार्यवाही की जा सके. लड़की के नाबालिग होने के चलते बाल संरक्षण आयोग और महिला एवं बाल विकास विभाग को भी मामले से अवगत कराया है. पुलिस पीड़िता के बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी.
नवजात का लिया डीएनए
बघाना थाना प्रभारी निलेश अवस्थी ने बताया कि नाबालिग की उम्र 14 से अधिक है. 6 माह से अधिक का गर्भ था. मामला कोर्ट के संज्ञान में है. अभी नाबालिग पीड़िता बयान देने की स्थिति में नहीं है. बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल अज्ञात के खिलाफ बलात्कार, पॉक्सो एक्ट सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. मृत नवजात के शव का पोस्टमॉर्टम कर डीएनए सैंपल भी लिए गए हैं, ताकि आरोपी की पहचान होने पर मिलान किया जा सके.