विधानसभा चुनावों के बाद से सीधी में कांग्रेस नेताओं के पलायन का दौर जारी है. अब तक कांग्रेस के करीब आधा दर्जन से ज़्यादा नेताओं ने बारी-बारी से इस्तीफा देकर दूसरी पार्टियों का रुख कर लिया है. मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी के दो महामंत्री समेत पूर्व युवा लोकसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया. इसके बाद बुधवार भोपाल पहुंचने के बाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा व पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. सीधी ज़िले से कांग्रेस के तीन आला नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा है.
सुरेश पांडे महामंत्री किसान भी कांग्रेस से गए
कांग्रेस का साथ छोड़ने वालों में पहले नेता सुरेश पांडे हैं. शुरुआती दौर में सुरेश पांडे केंद्रीय सहकारी बैंक में शासकीय सेवारत रहे. राजनीति को लेकर इस कदर प्रभावित थे कि BRS लेने के बाद वे विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गए और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. पार्टी में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें प्रदेश किसान महामंत्री के पद से नवाजा. यहां तक सब कुछ ठीक चला लेकिन सीधी विधानसभा से टिकट न मिलने के चलते अंदर ही अंदर नाराज़गी चलती रही. ऐसे में अब लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ते हुए BJP का दामन थाम लिया.
कांग्रेस कमेटी पर लग रहे उपेक्षा के आरोप
पार्टी को इस्तीफ़ा देने वाले दूसरे नेता जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री रोहित मिश्रा हैं. बताया जा रहा कि रोहित मिश्रा कांग्रेस कमेटी के महामंत्री पद पर रहते हुए पार्टी के लिए हमेशा अच्छा कार्य किया. वे एक अच्छे वक्ता होने के नाते पूर्व में BJP पर भी गंभीर आरोप लगाते रहे. लेकिन अब एक समय ऐसा आ गया कि वे खुद BJP में शामिल हो गए. मिश्रा ने पार्टी में अपने आप को उपेक्षित होने का आरोप लगाते हुए कहा कि
महामंत्री रोहित मिश्रा
महिला नेत्री रंजना मिश्रा भी कमल के साथ
कांग्रेस की एक और महिला नेत्री रंजना मिश्रा ने पार्टी से इस्तीफ़ा सौंपा है. रंजना मिश्रा कांग्रेस में रहकर हमेशा सुर्खियों में रही है. उन्होंने सीधी पेशाब कांड की घटना को लेकर BJP पर करारा हमला बोला था. इस दौरान BJP विधायक और रंजना मिश्रा में तीखी नोक-झोंक हुई थी. लेकिन विधानसभा चुनावों के बाद इनका भी कांग्रेस से मोहभंग हो गया और इन्होंने भी पार्टी छोड़ने का फैसला किया. बताया जा रहा है कि पूर्व में रंजना मिश्रा लोकसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रही हैं. ऐसे में कांग्रेस के दो युवा चेहरे पार्टी को छोड़कर BJP में शामिल हो गए हैं.
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क्षत्रिय और ब्राह्मण वर्ग के बीच नहीं बन पा रहा संतुलन
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान क्षत्रिय वर्ग से हैं जो हाल ही में विधानसभा क्षेत्र सीधी से कांग्रेस प्रत्याशी रहे हैं. विधानसभा चुनावों में उन्हें जीत तो नहीं मिली पर कांग्रेस में भगदड़ जरूर मच गई है. चुनाव पूरे होने के बाद ही कांग्रेस के ब्राह्मण वर्ग के कार्यकर्ता पदाधिकारियों की तरफ से तरह-तरह के आरोप लगाए जाने लगे और नतीजा या रहा कि अब पार्टी से नेताओं का पलायन शुरू हो गया है. तीन नेताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के ऊपर उपेक्षा का आरोप लगाकर पार्टी को अलविदा कह दिया है. तीनों नेता ब्राह्मण वर्ग से हैं. ऐसे में जिला अध्यक्ष क्षत्रिय वर्ग और ब्राह्मण वर्ग के नेताओं के बीच आपसी तालमेल का अभाव दिख रहा हैजिस वजह से पार्टी से नेता असंतुष्ट होकर त्यागपत्र दे रहे हैं और BJP का दामन थाम रहे हैं.
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