MP News: इंदौर (Indore) में प्रदूषण और ट्रैफिक से निजात पाने के लिए आज 'नो कार डे' (No Car Day) मनाया गया. इसी कड़ी में आज शहर के ज्यादातर लोग सड़क पर बिना गाड़ी के चलते नजर आए. यहां के लोग पैदल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते दिखे. इस पहल में आम जनता ने भी अपना पूरा साथ दिया और अपनी कार/गाड़ियों को छोड़ कर दफ्तर गए. शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए इस अभियान को शुरू किया गया जिसमें सभी ने बढ़ चढ़कर इस मुहीम में अपना साथ दिया.
कलेक्टर, जज और नेता सभी ने छोड़ी कार
बताते चलें कि जिले के कलेक्टर इलैयाराजा टी भी सिटी बस से अपने दफ्तर पहुंचे. साथ ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव ई-बाइक से अपने ऑफिस पहुंचे. कलेक्टर ने जीपीओ पहुंचकर बस के लिए टिकट खरीदी जिसके बाद वह बस से सवार होकर अपने कार्यालय गए. साथ ही तमाम अधिकारीयों व कर्मचारियों ने इस अभियान में अपना पूरा सहयोग दिया. सभी ने साइकिल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट समेत टू-व्हीलर्स का इस्तेमाल किया. वहीं हाईकोर्ट के जज भी टू-व्हीलर्स से या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से हाईकोर्ट पहुंचे.
पर्यावरण और प्रदूषण को लेकर उठाया कदम
मालूम हो कि देश के सबसे स्वच्छ शहर को अब स्वास्थ्य और पर्यावरण में भी नंबर वन बनाने की कवायद चल रही है. ट्रैफिक जाम शहर की सबसे बड़ी परेशानी है और इससे निजाद पाने के लिए ही नो कार डे की पहल की गई है. इससे प्रदूषण भी कम होगा और पैदल चलने से लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा. कलेक्टर और महापौर ने कहा कि इंदौर में एयर क्वालिटी भी अच्छी है लेकिन इसे और बेहतर करना है. इसके लिए जरूरी है कि हम सभी पर्यावरण को बचने में वायु प्रदूषण को रोकने में सहयोग करें. सभी विभागों ने भी अपने कर्मचारियों और अधिकारियों से कहा है कि वे एक दिन के लिए कार न चलाएं. सभी को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने की सलाह दी.
यह भी पढ़ें : ग्वालियर : कांग्रेस विधायक को MP -MLA कोर्ट ने किया बरी, करोड़ो की धोखाधड़ी को लेकर हुई थी FIR