
Madhya Pradesh News : ग्वालियर निवासी सुरेन्द्र सिंह कुशवाह के बेटे प्रबल कुशवाह की चीन (China) में आकस्मिक मृत्यु हो गयी है, उनके शव (Dead Body) को चीन से वापस लाए जाने के लिए एक पखबाड़े से लगातार गुहार लगाई जा रही थी. NDTV ने भी चीन में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत युवा योगगुरु और योग फिजियोथेरेपिस्ट (Yoga Guru and Yoga Physiotherapist) के शव को भारत (ग्वालियर) लाने के लिए किए जा रहे संघर्ष को प्रमुखता से उठाया था. इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) का भी साथ मिला है. सिंधिया ने विदेश मंत्री को पत्र लिखकर सहयोग करने और अब तक की गई कार्यवाही से अवगत कराने का आग्रह किया है. इसको लेकर बड़ी खबर यह प्राप्त हुई है कि सिंधिया के आग्रह को विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) ने स्वीकार कर लिया है. इसकी जानकारी खुद सिंधिया ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट (Social Media Post) के जरिए दी है.
माननीय विदेश मंत्री श्री @DrSJaishankar जी का आभार, जिन्होंने मेरे आग्रह पर ग्वालियर (म.प्र.) के निवासी श्री सुरेन्द्र सिंह कुशवाह के सुपुत्र श्री प्रबल कुशवाह जिनकी चीन में आकस्मिक मृत्यु हो गयी है, उनके शव को चीन से वापस लाए जाने के अनुरोध को स्वीकार किया।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) January 3, 2024
माननीय मंत्री जी के… pic.twitter.com/vJiATrKAHo
सिंधिया ने ऐसे जताया आभार
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक पत्र शेयर करते हुए लिखा है कि माननीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर जी का आभार, जिन्होंने मेरे आग्रह पर ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के निवासी सुरेन्द्र सिंह कुशवाह के सुपुत्र प्रबल कुशवाह, जिनकी चीन में आकस्मिक मृत्यु हो गयी है, उनके शव को चीन से वापस लाए जाने के अनुरोध को स्वीकार किया. माननीय मंत्री जी के निर्देशानुसार, बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy in Beijing) इस मामले की प्राथमिकता से कार्यवाही कर रहा है तथा संबंधित स्थानीय अधिकारियों के साथ इस मामले की जांच भी की जा रही है. मुझे विश्वास है की जल्दी ही मृतक के पार्थिव शरीर को भारत लाया जाएगा. ईश्वर से प्रार्थना है की वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारजनों को इस मुश्किल घड़ी में हिम्मत दें. ॐ शांति.
यह है पूरा मामला
ग्वालियर निवासी प्रबल बेंगलुरु से आठ महीने पहले नौकरी के लिए बीजिंग (Beijing) गया था. 20 दिसम्बर को उसने परिवार से वीडियो कॉल (Video Call) पर बात की थी, जिसके बाद उसका फोन बंद आने लगा. परिजनों ने जब उसके वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया तो पता चला कि उसने सुसाइड कर लिया है. तब से लेकर अभी तक परिजन उसका शव भारत लाने के लिए लगातार भारतीय दूतावास से संपर्क कर रहे हैं. दूतावास द्वारा बताया गया कि शव डेढ़ महीने के भीतर भारत पहुंचेगा. ऐसे में परेशान परिजनों ने अन्य लोगों के साथ ग्वालियर में न्याय मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था.
परिजनों का आरोप : जहर देकर फांसी पर लटकाया
प्रबल के परिजनों का आरोप है कि उसके वरिष्ठ अधिकारियों और यहां से ले जाने वाली उसकी चीनी महिला सहपाठी ने जहर देकर उसे फांसी पर लटकाया है. माधौगंज थाना क्षेत्र के रॉक्सी पुल निवासी सुरेन्द्र कुशवाह टैक्सी चालक (Taxi Driver) हैं, उनका इकलौता बेटा प्रबल कुशवाह पेशे से योग थेरिपिस्ट है.
परिजनों को शंका हुई तो उन्होंने चीन बुलाने वाली सू-चाइन व मिस रोजी से संपर्क किया, तब इन लोगों ने परिजनों का फोन नहीं उठाया. जैसे-तैसे संपर्क हुआ तो उन्होंने बताया गया कि प्रबल ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide by Hanging) कर ली है. इस सूचना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है.
केंद्रीय मंत्री और PMO से लगाई मदद की गुहार
इकलौते बेटे की विदेश में जान जाने पर पिता सुरेन्द्र कुशवाह ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पीएमओ (Prime Minister Office) से प्रबल के शव को जल्द से जल्द इंडिया लाने की अपील की थी. इसके साथ ही परिजन भारतीय दूतावास से प्रबल की मौत पर चीन की सरकार से निष्पक्ष जांच कराए जाने की विनती कर रहे हैं. हत्या के आरोप पर कहना है कि प्रबल का कुछ दिन पहले पैसों के लेनदेन को लेकर ऑनर के साथ झगड़ा हुआ था. कहा जा रहा है कि यह सुसाइड नहीं बल्कि हत्या (Murder) है, उसके ऑनरों द्वारा उसे फांसी पर लटकाया गया है, क्योंकि उसे और किसी तरह का ऐसा तनाव नहीं था कि वह ऐसा आत्मघाती कदम उठाता.
दूतावास से आया मैसेज, 45 दिन में आएगा शव
युवक की मौत के बाद भारतीय दूतावास और मृतक के परिजनों के बीच संपर्क हुआ. दूतावास ने बताया कि प्रबल का शव इंडिया आने के लिए 40 से 45 दिन का समय लगेगा. वहीं मौत के मामले में दूतावास द्वारा प्रबल का फांसी पर लटका पाया जाना बताया गया है, जबकि परिजनों का इस घटना पर संशय बरकरार है.
NDTV ने उठाया था मामला
इस मामले को एनडीटीवी ने प्रमुखता से उठाया था. इसके बाद अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में पहल करते विदेश मंत्री जय शंकर को पत्र लिखा है और उनसे संपर्क भी किया है. सिंधिया के ऑफिस ने बताया है कि विदेश मंत्रालय ने ततपरता पूर्वक कार्यवाही करते हुए इस पर आगे प्रयास शुरू कर दिए हैं.
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