MP News In Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) में लगातार दूसरे साल भी किसान मक्के के अमानक बीज (Non Standard Seeds) से बड़ा नुकसान झेल रहे हैं. पिछले साल तो निजी फर्मों ने किसानों को अमानक बीज बेचे थे. लेकिन इस बार तो कृषि विभाग ने किसानों को जो बीज दिया वही अमानक और घटिया पाया गया है. आठनेर और आसपास क्षेत्रों के किसानों ने कृषि विभाग और कलेक्टर से शिकायत इस मामले को लेकर शिकायत की थी. किसानों ने बताया था कि कृषि विभाग ने जो बीज उन्हें दिया है, उसमें अबतक अंकुरण ही नहीं हो पाया है. अब बोवनी का समय भी लगभग निकल चुका है. अब हम लोग क्या करें?
प्रमाणीकृत बीज ही सप्लाई किया जाना था
इस पर कलेक्टर ने एक जांच समिति गठित कर सप्लाई किए गए बीज की जांच करवाई, जिसमे दो बड़ी खामियां सामने आई. पहली जो बीज किसानों को दिया गया था. उसमें प्रमाणीकरण का टैग नहीं पाया गया. जबकि केवल प्रमाणीकृत बीज ही सप्लाई किया जाना था.
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धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया
दूसरी बड़ी गलती आठनेर के वरिष्ठ कृषि अधिकारी की पाई गई, जिनकी लापरवाही से अमानक बीज किसानों को दिया गया. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कलेक्टर ने बीज सप्लायर फर्म के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है. वहीं, आठनेर के वरिष्ठ कृषि अधिकारी रामदयाल सिंगारे को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है.
फिलहाल मामले की जांच जारी है और हो सकता है इसमें अभी कुछ और भी अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है.बहरहाल जांच अपनी जगह है, लेकिन किसानों का जो नुकसान होना था वो तो अब हो चुका है उसका क्या?
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