Mid Day Meal Scheme: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में मिड डे मील खाकर करीब 2 दर्जन बच्चों की जान मुश्किल में आ गई. गुरूवार को स्कूल में बने खाना को खाने से बच्चे उल्टी दस्त के शिकार हो गए जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती किया गया. घटना उज्जैन के महिदपुर के शासकीय विद्यालय की है. उज्जैन से करीब 65 किलोमीटर दूर के गांव आमडी कटन में 24 बच्चों को स्कूल का खाना खाना भारी पड़ गया. यहां के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में गुरूवार को मिड डे मील के खाने में कड़ी, चांवल, रोटी और खिचड़ी बनी थी जिसे खाने के बाद बच्चे बीमार हुए है.
मिड डे मील खाकर बिगड़ी तबीयत
मामला सामने आने के बाद से पूरे गांव में हड़कंप मच गया. तत्काल स्कूल के शिक्षकों को मामले के बारे में जानकारी दी गई. जिसके बाद आनन फानन में सभी बच्चों को महिदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. मामले में बताया जा रहा है कि सभी बच्चों का इलाज चल रहा है. बता दें कि जैसे ही स्कूल के छात्र-छात्राओं की हालत खराब हुई वैसे ही उन्हें अस्पताल भर्ती कराने की कोशिश की गई. बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है. स्कूल का खाना किस प्रकार से दूषित हुआ, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
बदबू आने के बाद भी दिया खाना
खबर के मुताबिक, स्कूल का खाना खाने कुछ देर बाद ही बच्चों उल्टी, गले मे जलन और घबराहट होने लगी. एक साथ करीब 24 बच्चों की हालत बिगड़ने बिगड़ने से गांव में हड़कंप मच गया. तुरंत बच्चों को महिदपुर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया. जहां पता चला कि मिड डे मील का खाना से फूड प्वाइजनिंग हुई है, जिसका शिकार करीब 24 बच्चे हुए हैं. हालांकि डाक्टर की टीम उनके ईलाज में जुटी हुई है. स्कूल सूत्रों की मानें तो शिक्षक जुवान सिंह गरसिया की पत्नी अपने घर मिड डे मील खाना बनाती है. गुरूवार को खाना बनाने के सामान में बदबू आ रही थी. बावजूद इसके उसी सामग्री से खाना बनाया गया जिससे सभी बच्चों को फूड-पॉइजनिंग हो गई. मामले में कलेक्टर ने संबंधित शिक्षक को निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं.
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