
MP News in Hindi : किसानों की आय दोगुनी करने के दावे सिर्फ कागजों तक ही सीमित नजर आ रहे हैं. अनूपपुर जिले के बटकी जलाशय से जुड़ी नहरों की हालत बदतर है. लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद नहरों की मरम्मत और सफाई सही तरीके से नहीं हुई है. इसका सीधा असर किसानों की फसलों पर पड़ रहा है. जल संसाधन विभाग ने नहरों की सफाई और मरम्मत के लिए लाखों रुपये खर्च करने का दावा किया है. लेकिन हकीकत में नहरें मिट्टी, गाद और घास से पटी पड़ी हैं. टूटी नहरों के कारण पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है. किसानों का कहना है कि सफाई का काम सिर्फ कागजों पर किया गया है.
रबी फसल पर पसरा संकट
पानी की कमी के कारण किसान गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं. खेत सूखे पड़े हैं और किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है. अगर जल्द ही नहरों की मरम्मत नहीं हुई तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.
किसानों ने उठाई ये मांग
स्थानीय किसानों ने इस मामले की जांच कराने और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे. किसानों को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और जल्द से जल्द नहरों की मरम्मत कर पानी उपलब्ध कराएगा.
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सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रही है, लेकिन जब खेतों तक पानी ही नहीं पहुंचेगा, तो किसान आगे कैसे बढ़ेंगे? अब देखना होगा कि प्रशासन किसानों की मांग पर कितना गंभीरता से ध्यान देता है ? पानी के बिना किसान ना सिर्फ फसल उगाने में असमर्थ हैं, बल्कि उनकी आजीविका पर भी संकट मंडरा रहा है.
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