
MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में हर त्योहार की शुरुआत बाबा महाकाल से होती है. अब होली भी भगवान शिव और माता पार्वती के साथ सबसे पहले मनाई जाती है. गुरुवार दोपहर भक्तों ने शिव परिवार की होली धूमधाम से मनाई. महाकाल मंदिर परिसर में हर साल होलिका दहन के साथ होली का त्योहार शुरू होता है. लेकिन पिछले कुछ सालों से महाकाल शयन आरती परिवार भी भगवान शिव, माता पार्वती और भूत-पिशाचों के साथ होली मना रहा है. इस साल भी गुरुवार दोपहर नृसिंह घाट पर "शिव होली खेले मसाने में" कार्यक्रम हुआ. इस आयोजन में बाबा महाकाल, माता पार्वती और भूत-पिशाचों का रूप धरे भक्तों ने गुलाल उड़ाकर, नाचते-गाते हुए जमकर होली खेली. पूरा माहौल शिव भक्ति और रंगों से सराबोर हो गया.
भूत-पिशाचों संग नाचे भगवान शिव
इस खास आयोजन में भूत-पिशाचों का रूप धरे भक्त नाचते-गाते हुए रंग उड़ाते रहे. भगवान शिव और माता पार्वती भी गुलाल उड़ाकर झूम उठे. शिव भक्तों ने भांग का प्रसाद ग्रहण किया और पार्वती माता के साथ चौसर का खेल भी खेला.
महाकाल की भक्ति में रंगे लोग
भक्तों ने भी इस अनोखी होली में पूरा आनंद लिया. वे भगवान शिव और माता पार्वती के साथ भूत-पिशाचों के रूप में झूमते नजर आए. इस दौरान वीडियो और तस्वीरें भी ली गईं, जिनमें भगवान शिव और माता पार्वती के रूप धरे भक्तों को धूमधाम से होली खेलते हुए देखा गया.
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उज्जैन में शिव होली का क्या है महत्व ?
उज्जैन में यह परंपरा अब हर साल बड़े धूमधाम से मनाई जाती है. शिव भक्त मानते हैं कि भगवान शिव खुद भी मसाने की होली खेलते हैं... इसलिए इस परंपरा को निभाया जाता है. भक्तों को ये त्योहार अनुभव करने का अलग ही आनंद मिलता है.
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