हर साल नवंबर के महीने में एक हफ्ता विश्व धरोहर सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. इस दिन की खासियत होती है कि लोगों को अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति जागरूक किया जाए. इस मौके पर देश ही नहीं दुनिया भर की धरोहरों के महत्व को समझाने के लिए कई खास कार्यक्रम किए जाते हैं. दूर-दूर से आए सैलानी देश-विदेश की जगहों पर जाकर समय बिताते हैं और आनंदित हो उठते हैं. ऐसे में भारत जैसे विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं के देश में विश्व धरोहर सप्ताह को लेकर अलग धूम है. देश के कई राज्यों और जगहों पर चहल-पहल देखी जा रही है. खास तौर से जिन राज्यों और जगहों में भारतीय इतिहास और संस्कृति से जुड़ी धरोहर और स्थल है... वहां पर पर्यटकों की दिलचस्पी देखने को मिल रही है.
छतरपुर में घूमने आए कई पर्यटक
इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में विश्व धरोहर सप्ताह मनाया गया. इस मौके पर लोग अपने परिवारों के साथ खजुराहो के मंदिरों में पहुंचे. साथ ही धुबेला महल को भी देखने पहुंचे. दोनों जगहों पर दिनभर सैलानियों का आना-जाना लगा रहा. वहीं, बीते दिन यानी कि मंगलवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी धुबेला महल पहुंचीं. उन्होंने महल की खूबसूरती को देखा और उसकी तारीफ की. उन्होंने कहा, "बुंदेलखंड में ऐतिहासिक धरोहरों की कलात्मकता शानदार है. यहां ओरछा और ग्वालियर के महलों जैसी झलक दिखती है. "
राजे सिंधिया ने यह भी कहा कि इन विरासत को संभालने की जरूरत है. दीवारों पर जो लेखन करते रहते हैं इसे रोका जाना चाहिए. जिससे कि इन ऐतिहासिक धरोहरों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे.
मस्तानी महल को देख कर क्या कहा ?
प्रियदर्शिनी राजे ने धुबेला म्यूजियम और मस्तानी महल को करीब से देखा. उन्होंने म्यूजियम में रखी गई प्राचीन चीजों और तस्वीरों को सराहा. म्यूजियम प्रभारी सुल्तान सिंह ने उन्हें इन महलों और वहां की विरासत के बारे में कई बाते बताई.
नज़ारा देखने सैलानियों की उमड़ी भीड़
पुरातत्व विभाग ने इस खास मौके पर खजुराहो और धुबेला महल में पर्यटकों की एंट्री निशुल्क कर दी थी. इस वजह से बड़ी संख्या में लोग आए. खजुराहो में 1200 से ज्यादा लोग पहुंचे. धुबेला महल में 400 से ज्यादा सैलानी आए.
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धुबेला महल में कार्यक्रम का शुभारंभ डिप्टी कलेक्टर काजोल सिंह ने किया. उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम शुरू किया. सैलानियों ने धुबेला महल की दीवारों और कलाकृतियों को देखकर इसे बेहद खूबसूरत बताया. म्यूजियम की टीम ने बताया कि लोग यहां की कला को बहुत पसंद करते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि हर साल विश्व धरोहर सप्ताह 19 से 25 नवंबर के बीच मनाया जाता है.
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