MP Vidhan Sabha Chunav 2023: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) सोमवार, 30 अक्टूबर को ग्वालियर-चंबल (Gwalior) के दौरे पर पहुंचे थे. संभागीय बैठक से पहले उन्होंने टिकट बंटवारे के बाद रूठे हुए नेताओं से बंद कमरे में मुलाकात की और समझाइश भी दी. हालांकि शाह ग्वालियर थोड़ी लेट आये, लेकिन उन्होंने चुनावी बैठक के समय मे कोई कटौती नहीं की और चार घंटे तक वो एक-एक कर पूरी 34 विधानसभा क्षेत्रों की चुनावी तैयारियों पर चर्चा की. इस दौरान अमित शाह ने जीत के लिए नेताओं को चार मंत्र भी दिए.
जीत के लिए अमित शाह के चार सूत्र
पहला- रूठों पर ज्यादा ऊर्जा बर्बाद मत करो, जब माहौल बदलेगा वे चुपचाप आकर काम करने लगेंगे.
दूसरा- सपा-बसपा उम्मीदवारों की मदद करें. वो वोट काटेंगे तो जीत की राह आसान हो जाएगी.
तीसरा- लाभार्थियों पर फोकस करें
चौथा- मतदान के दिन खुद सपरिवार वोट करें और चार परिचित परिवारों के भी करवाएं.
1 घंटे देर से ग्वालियर पहुंचे शाह
शाह ने एमपी में संभागीय बैठक करने का निर्णय लिया था और उन्होंने सोमवार को इंदौर और ग्वालियर में बैठकें कीं. हालांकि आखिरी बैठक ग्वालियर में थी. वहीं तय कार्यक्रम के अनुसार, शाह को डेढ बजे ग्वालियर पहुंचना था और करीब ढाई बजे से होटल रेडिसन में ग्वालियर चंबल संभाग की बैठक में शामिल होना था. वहीं ये बैठक करीब तीन घंटे तक चलना था, लेकिन शाह पांच बजे होटल पहुंचे और साढ़े नौ बजे यहां से एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए.
संभागीय बैठक में की समीक्षा
इस दौरान अमित शाह ने ग्वालियर चबंल संभाग की जिलेवार चुनाव तैयारियों की जानकारियां ली. उन्होंने जिला अध्यक्षों से इंटरव्यू के अंदाज में सवाल जवाब शुरू किया तो कई अध्यक्ष हड़बड़ा गए. सूत्र के मुताबिक, अमित शाह भिंड के अध्यक्ष से पूछा कि पोलिंग बूथ स्तर पर मठ मंदिरों के प्रमुखों से भेंट, बाइक वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की सूची बनाने और बूथ समितियों के गठन का काम पूरा हुआ या नहीं? हालांकि शाह के इस सवाल को सुनकर अध्यक्ष हड़बड़ा गए और जिसके चलते वो ठीक से उत्तर नहीं दे पाए. जिसके बाद शाह ने फिर पूछा- भाजपा में कब से आये हो? फिर बोले अभी आपको और अभ्यास वर्ग (प्रशिक्षण शिविर) में भाग लेने की जरूरत है.
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शाह ने कहा सपा-बसपा प्रत्याशियों को दो दाना-पानी
नेता पैसा कमाते हैं खर्च नहीं करते: शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक के दौरान कहा कि सपा-बसपा प्रत्याशियों को दाना पानी देकर मदद करें, लेकिन जब उन्होंने जिला अध्यक्षों से 'वन टू वन' किया तो अशोकनगर के जिला अध्यक्ष ने अमित शाह को बताया कि उनके यहां सपा और बसपा के जो उम्मीदवार मैदान में हैं वो तो खुद ही बहुत पैसे वाले है? इस पर शाह ने मुस्कराते हुए कहा- राजनीति में जो लोग पैसे कमा लेते हैं वो कमाने के बाद फिर उसे खर्च नहीं करना चाहते हैं. आप इसलिए इस चक्कर में मत रहना कि पैसे वाले हैं इसलिए उनकी मदद न कि जाए.
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रूठो पर मत करो ऊर्जा बर्वाद
अमित शाह ने अपने नेताओं को साफ संदेश दिया कि वो टिकट न मिलने या अन्य कारणों से मौजूद रूठे फूफाओं को मनाने पर ज्यादा ऊर्जा और समय बर्वाद न करें. उन्होंने कहा कि एक दो बार मनाने उनके घर जाएं. उन्हें समझाने का प्रयास करें. इसके बावजूद भी न मानें तो आप सब अपने-अपने कामों में जुट जाएं. माहौल बदलने पर 10 नवंबर के आसपास ये खुद काम करते हुए नजर आएंगे. अगले दो दिन नाम वापिसी के प्रयासों में लगाये. जिसकी भी बात करानी हो करवाएं.
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