
EOW Raid, MP Dhan Kharidi: मध्यप्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) जिले में 5.50 करोड़ रुपये के धान उपार्जन (Dhan Uparjan) घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें अब तक 22 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है और गिरफ्तारियां भी शुरू हो गई हैं. इसी के साथ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने प्रदेशभर में बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में पूरे प्रदेश में लगभग 19 हजार 910.53 मीट्रिक टन धान के गबन के प्रमाण मिले हैं, जिसकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपये आंकी गई है.
12 जिलों की 150 समितियों और 140 वेयरहाउस पर छापेमारी
EOW की 25 टीमों ने एक साथ बालाघाट, जबलपुर, कटनी, सिवनी, डिंडोरी, रीवा, सतना, मैहर, सागर, पन्ना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर और श्योपुर जिलों में छापेमारी की. इस दौरान 150 सहकारी समितियों और 140 गोदामों की जांच की गई, जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गईं.
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कैसे होता था घोटाला?
किसानों के फर्जी रजिस्ट्रेशन कर बिना धान खरीदे ही पोर्टल पर खरीद दर्ज की जाती थी. वेयरहाउस और ट्रांसपोर्ट में गलत रिकॉर्ड तैयार कर भुगतान ले लिया जाता था. समितियों में रखे धान की जगह भूसी या घटिया अनाज रखा जाता था.
कहां-कहां क्या मिली गड़बड़ी?
सतना के कनक वेयरहाउस में 535 मीट्रिक टन धान की जगह भूसी पाई गई. बालाघाट की समितियों में हजारों टन धान गायब मिला. डिंडोरी की सरहरी समिति में 1050.80 मीट्रिक टन धान की हेराफेरी की पुष्टि हुई. सागर जिले में 401.03 मीट्रिक टन धान के गबन का मामला सामने आया.
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22 लोगों के खिलाफ FIR, गिरफ्तारियां शुरू
अब तक इस मामले में 22 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है और कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरे घोटाले में 79 से अधिक अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है. EOW की टीमों ने जांच तेज कर दी है और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है. सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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