
MP News in Hindi : मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी यानी कि उज्जैन से रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है. जहां पंचायत सचिव को 2,000 रुपये रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया. सचिव ने समग्र आईडी बनाने के लिए रिश्वत मांगी थी. शिकायत के बाद लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया और बस स्टैंड पर आरोपी को पकड़ लिया. घटना उज्जैन के नागदा तहसील से सामने आई है. दरअसल, ग्राम पिपल्या मोलू के अजय काठा ने अपने परिवार से अलग नई समग्र ID बनवाने के लिए पंचायत में आवेदन किया था. लेकिन पंचायत सचिव जीवन बामनिया ने इसके बदले 2,000 रुपये की रिश्वत मांगी. अजय ने इसकी शिकायत 11 मार्च को लोकायुक्त टीम से कर दी.
रिश्वत लेते ही पकड़ाया सचिव
लोकायुक्त टीम ने सचिव को पकड़ने के लिए योजना बनाई. अजय ने आरोपी को कैमिकल लगे नोट देने के लिए गुरुवार को नागदा बस स्टैंड पर बुलाया. जैसे ही बामनिया ने पैसे लिए और जेब में रखे, अजय ने सिर पर हाथ फेरकर इशारा कर दिया. यही वो संकेत था जिसे पाकर लोकायुक्त अधिकारी दीपक शेजवार और उनकी टीम ने तुरंत आरोपी को मौके से पकड़ लिया. अब सचिव पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
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इससे एक दिन पहले बुधवार को उज्जैन लोकायुक्त टीम ने महीदपुर तहसील कार्यालय में रीडर दीपा चेलानी को 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. इस ऑपरेशन में DSP राजेश पाठक, इंस्पेक्टर दीपक शेजवार, अनिल अटोलिया, श्याम शर्मा, शिवकुमार शर्मा, राकेश डाबर और कुणाल पुरोहित शामिल थे.
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