
MoU Between France and MP: फ्रांस और मध्यप्रदेश के बीच संस्कृति और पर्यटन क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मौजूदगी में एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए. यह मध्यप्रदेश को भारत और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक एवं पर्यटन सहयोग का नया केंद्र बनाएगा. इस ऐतिहासिक एमओयू पर भारत में फ्रांस के राजदूत डॉ थिएरी मथौ, पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला और अलायंस फ्रांसेज डी भोपाल के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने हस्ताक्षर किए. यह समझौता अगले तीन वर्षों के लिए वैलिड होगा और इसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकेगा.
In a significant step towards strengthening international cooperation, Dr. Mohan Yadav, the Hon'ble Chief Minister of Madhya Pradesh met Dr. Thierry Mathou, Ambassador of France to India; Mr. Jean-Marc Sere-Charlet, Consul General of France in Mumbai; and Mr. Shad Joynal Abedin,… pic.twitter.com/CJqjtmfoLp
— Madhya Pradesh Tourism (@MPTourism) June 13, 2025
भारत और फ्रांस के साथ सम्बन्ध हमेशा से अच्छे रहे : CM मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि भारत और फ्रांस के साथ सम्बन्ध हमेशा से अच्छे रहे है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फ्रांस दौरे के बाद यह और प्रगाढ़ हुए है. मध्यप्रदेश फ्रांस के साथ सांस्कृतिक संबंधों के साथ व्यापारिक सम्बन्धों के लिए भी तत्पर है. उनकी आगामी माह फ्रांस यात्रा प्रस्तावित है. भारत और फ्रांस के बीच औद्योगिक विकास की दृष्टि से, उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और शिल्प कलाओं को प्रोत्साहन देने की दृष्टि से परस्पर सहयोग की संभावनाओं पर कार्य किया जाएगा. यह समझौता ज्ञापन मध्यप्रदेश को न केवल देश की सांस्कृतिक राजधानी बल्कि एक प्रगतिशील, वैश्विक पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की हमारी दूरदृष्टि को साकार करता है. प्रदेश के कलाकारों को वैश्विक मंच मिलेगा और फ्रांस तथा यूरोप से आने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.
फ्रांस के राजदूत ने कहा- पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर
भारत में फ्रांस के राजदूत डॉ. थिएरी मथौ ने इस साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "हमें मध्यप्रदेश सरकार के साथ इस महत्वपूर्ण सहयोग को स्थापित करते हुए बहुत खुशी हो रही है. फ्रांस मुख्य रूप से पर्यटन, सुरक्षा, पर्यावरण और शिक्षा पर विशेष रूप से कार्य करता है. यह एमओयू दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगा, जिससे कला, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे."
यह समझौता प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान और स्थानीय कलाकारों, शिल्पकारों, छात्रों तथा सांस्कृतिक संगठनों को वैश्विक मंच प्रदान करेगा, जिससे मध्यप्रदेश की विशिष्ट पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होगी.
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