Madhya Pradesh weather alert: मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज अचानक बिगड़ने लगा है. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने दो चक्रवाती सिस्टम ने 'गंभीर चक्रवाती तूफान मेंथा' का रूप ले लिया हैं. मौसम विभाग का कहना है कि इसका सीधा असर कई राज्यों के साथ मध्य प्रदेश पर भी दिखने वाला है. यही वजह है कि लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
किन जिलों पर सबसे ज्यादा असर?
मौसम विभाग के अनुसार मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट जैसे जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है. वहीं भोपाल, विदिशा, इंदौर, उज्जैन समेत कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. अगले तीन दिनों तक मौसम लगातार सक्रिय रह सकता है.
शिवपुरी में फसलों पर कहर, किसानों की उम्मीदें टूटीं
शिवपुरी जिले में मौसम ने किसानों की उम्मीदों पर सीधा वार कर दिया है. दो दिन से लगातार हो रही बारिश ने खेतों को तालाब बना दिया है. लगदा गांव के किसान बिसन लोधी ने रोते हुए बताया कि उसकी 10 बीघा मकई की पूरी फसल पानी में डूबकर नष्ट हो गई. खेत देखकर किसान का सीना फट रहा है, लेकिन कुछ करने की गुंजाइश ही नहीं बची.
मोहन बाड़ा में गीत बन गई बेबसी
कोलारस तहसील के मोहन बाड़ा गांव से एक और मार्मिक तस्वीर सामने आई है. यहां एक किसान अपनी बर्बादी को गम में डूबे गीत के जरिए बयां कर रहा है. उसने बताया कि कटाई और छिलाई के बाद त्रिपाल से ढकी फसल भी बारिश ने पूरी तरह बरबाद कर दी.
शिवपुरी की करेरा, नरवर, कोलारस और बदरवास तहसीलों से लगातार फसल बर्बादी की खबरें आ रही हैं. सिर्फ अनाज नहीं, टमाटर जैसी सब्जियां भी पानी में बर्बाद हो चुकी हैं. किसानों के चेहरे पर चिंता साफ झलक रही है, क्योंकि अभी असली तूफान 'मेंथा' की दस्तक बाकी है.
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असली तूफान अभी बाकी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाला समय और चुनौतीपूर्ण हो सकता है. मेंथा तूफान की तेज रफ्तार हवाएं आते ही हालात और बिगड़ सकते हैं. किसान कहते हैं कि "हमारा सब कुछ खुले आसमान के भरोसे है, अगर बर्बाद होना लिखा है, तो उसे कोई नहीं रोक सकता."
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