MP News in Hindi : शिवपुरी जिला मुख्यालय पर मंगलवार को हुई जनसुनवाई ने सब को भावुक कर दिया. जनसुनवाई में उमरी कला गांव के एक सामान्य परिवार हताश चेहरे के साथ बेबसी लेकर पंहुचा. परिवार के मुखिया कमल सिंह लोधी ने कलेक्टर के सामने अपनी पीड़ा रखी. उन्होंने कहा, "मेरे खून-पसीने की कमाई बैंक में जमा है लेकिन वो पैसे नहीं मिल रहे. पत्नी बीमार है. अगर इलाज नहीं हुआ तो वह मर जाएगी. " कमल सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए 4 लाख 80 हजार रुपये सहकारी बैंक की पिछोर शाखा में जमा किए थे. शादी पक्की हो चुकी है लेकिन पैसे न मिलने के कारण शादी की तारीख नहीं निकल पा रही है. दरअसल, मामला शिवपुरी के सहकारी बैंक में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले से जुड़ा है. इस घोटाले के बाद कई खाताधारकों को उनका जमा धन नहीं मिल पा रहा है. कमल सिंह जैसे कई लोग अपने ही पैसों के लिए महीनों से बैंक और प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं.
शख्स ने कलेक्टर से लगाई गुहार
कमल सिंह ने कलेक्टर से हाथ जोड़कर कहा, "साहब, मेरी पत्नी की जान बचा लीजिए. उसे इलाज की सख्त जरूरत है. बेटी की शादी की भी चिंता सता रही है. अगर पैसे नहीं मिले तो परिवार बिखर जाएगा. " शख्स का कहना है कि जनसुनवाई में कलेक्टर ने परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिया है लेकिन फिलहाल कमल सिंह को राहत नहीं मिली. सालों से चल रही इस घोटाले की जांच में अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है.
बैंक में फंसे कई लोगों के पैसे
बता दें कि सिर्फ कमल सिंह का मामला नहीं है. शिवपुरी जिले के सैकड़ों परिवार इसी समस्या से जूझ रहे हैं. वे बैंक, कलेक्टर ऑफिस और मुख्यमंत्री शिकायत सेवा 181 पर गुहार लगा रहे हैं लेकिन अभी तक किसी को भी उनके पैसे नहीं लौटाए गए हैं. कमल सिंह का कहना है कि वे चाहते हैं कि उनकी मेहनत की कमाई उन्हें वापस दिलाए ताकि वे इस मुश्किल घड़ी में अपने परिवार को संभाल सकें.
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