MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में हुई बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई सोयाबीन की फसल को लेकर किसान परेशान हैं. धार जिले में किसान संगठन खराब फसलों का सर्वे करवाने और मुआवजा दिलाने के लिए अधिकारियों को लगातार ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन सुनवाई न होने पर वे अपनी खून-पसीने से सींची फसल को आग लगाने पर मजबूर हो गए हैं. धार जिले में इस बार सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हुआ है. हालत यह है कि किसान अपनी कड़ी मेहनत से उगाई फसल को अपने ही हाथों से आग लगाने पर मजबूर हो गए हैं. भारी बारिश और खेतों में जलभराव के कारण किसानों की कटी और खड़ी खरीफ की सोयाबीन की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है.
किसान ने सोयाबीन की फसल में लगाई आग, वीडियो वायरल
धार जिले के बदनावर के खेलेड़ी गांव के एक परेशान किसान का सोयाबीन की फसल में आग लगाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. खेलेड़ी गांव के किसान दिलीप भेरूलाल जगीदार ने 16 बीघा में सोयाबीन बोई थी जिसमें से 10 बीघा की फसल हाल ही में हुई बारिश के कारण खराब हो गई. किसान ने मंगलवार को पूरी फसल काटकर मजदूरों की मदद से खेत में इकट्ठा किया और फिर उसे आग के हवाले कर दिया. इसका वीडियो वायरल होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया.
देखिए वायरल वीडियो :
किसान ने खून पसीने से सींची फसल को लगाई आग..
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) October 24, 2024
मध्य प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई सोयाबीन की फसल को लेकर किसान परेशान हैं. धार जिले में किसान संगठन खराब फसलों का सर्वे करवाने ओर मुआवजा देने को लेकर अधिकारियों को लगातार ज्ञापन दे रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं होने पर अपनी… pic.twitter.com/VaLKYG9zM8
मेहनत से उगाई फसल को आग लगाने की वजह क्या रही?
दरअसल, किसान अपनी मेहनत से उगाई फसल को आग लगाने पर इसलिए मजबूर हो गए क्योंकि इस बार फसल का उत्पादन बहुत कम हो रहा था. लगातार बारिश के कारण फसल को भारी नुकसान हुआ. फसल खेत में ही अंकुरित होकर सड़ने लगी और फलियाँ पौधों से गिरने लगीं. वहीं, पककर कटाई के लिए तैयार सोयाबीन की फसल भी पानी भर जाने से सड़ गई.
जिले में सोयाबीन की फसल बर्बाद, किसान परेशान
दरअसल, केंद्र और राज्य सरकार ने किसानों के लिए बड़े-बड़े वादे किए हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. फसल जलाने वाले किसान भेरूलाल पाटीदार ने बताया कि यदि वे फसल को निकालते भी, तो दाना पूरी तरह सड़ा हुआ था. महंगा बीज खरीदकर बोया गया था. खाद, बीज, दवाई, मजदूरी सब अपनी जेब से खर्च की गई. फसल के सर्वे के लिए कई बार पटवारी से संपर्क किया मगर पटवारी सिर्फ खेत पर आकर मुआयना कर चला गया. पंचनामा नहीं बनाया गया. फसल खराबी के लिए हेल्पलाइन नंबर पर बीमा कंपनी में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद बीमा कंपनी के अधिकारी मंगलवार को मौका मुआयना करने पहुंचे थे, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूरे मामले को लेकर X पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए पोस्ट किया. उन्होंने कहा, "देखिए शिवराज जी, मध्य प्रदेश को 7 बार कृषि कर्मण्य अवार्ड दिलाने वाला किसान सोयाबीन की फसल के उचित दाम न मिलने पर किस तरह अपनी ही फसल को आग लगाने को मजबूर हो रहा है. "
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