MP SIR 2025 News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तर्ज पर अब मध्य प्रदेश में भी चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण Special Intensive Revision (SIR) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. एमपी में SIR की घोषणा के साथ प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है. भाजपा और कांग्रेस दोनों के बयान सामने आए हैं.
यह भी पढ़ें- Chhattisgarh Rajyotsava: 25 साल के हो चुके छत्तीसगढ़ की ये 25 खास बातें क्या आप जानते हैं?
उधर, मध्य प्रदेश SIR को लेकर ग्वालियर जिला निर्वाचन अधिकारी ने 28 अक्टूबर 2025 को राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है. मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा के साथ ही ग्वालियर में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा SIR के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

भाजपा बोली-SIR से कांग्रेस का सच आएगा सामने
मध्य प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को हम SIR के नाम से जानते हैं. उसका विरोध कांग्रेस क्यों कर रही, यह समझ से परे है. 1952 के चुनाव के बाद देशभर में लगभग 20 बार राज्यों और केंद्र स्तर पर मतदाता सूचियों का गहन पुनरीक्षण हुआ है.
उन्होंने कहा कि इसका मकसद साफ है कि मतदाता सूची में दोहरे नाम और फर्जी वोटरों की पहचान करना. कांग्रेस खुद दोहरे वोटर कार्ड को लेकर शिकायतें कर रही थी, अब जब SIR हो रहा है तो इसका विरोध कर रही है. SIR के जरिए फर्जी और दिवंगत वोटरों के नाम हटाए जाते हैं. घुसपैठिए और पलायन करने वाले मतदाताओं के नाम भी SIR प्रक्रिया से हटते हैं. क्या बाबा साहेब अंबेडकर के कानून के अनुसार यह अपराध है? कांग्रेस के मन में कौन सा पाप है, जो बार-बार इसका विरोध करती है. देश की जनता कांग्रेस को इसका जवाब देगी.
MP SIR 2025 पर कांग्रेस का जवाब-“वोट चोरी नहीं होने देंगे”
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में 28 अक्तूबर 2025 से शुरू हो रही SIR प्रक्रिया भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग का डरावना प्रयास है. बिहार में जिस तरह से SIR लागू की गई, उससे देशभर में कई राजनीतिक हलचलें हुईं. मतदाता सूची में जिंदा लोगों को मृत घोषित कर दिया गया और 65 लाख वोटरों के नाम हटा दिए गए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाने के कारण सार्वजनिक करने के निर्देश दिए, लेकिन आज तक कारण नहीं बताया गया. कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है.

जीतू पटवारी ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने BIHAR SIR के खिलाफ जनता को जागरूक किया. भाजपा इस बार 400 सीटों के लिए संविधान बदलना चाहती है. मोदी के मन में कुंठा है, इसलिए वह दूसरे रास्ते से लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं. हमारी ड्यूटी है कि मध्य प्रदेश SIR प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस का हर कार्यकर्ता बूथ पर सजग रहे और वोट चोरी नहीं होने दे.भाजपा के आरोप पर कि कांग्रेस को लोकतांत्रिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है, पटवारी ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाएं कांग्रेस की ही देन हैं. संविधान का स्वाधीन चेहरा कांग्रेस पार्टी ने दिया है. भाजपा ने इन संस्थाओं का राजनीतिक लाभ के लिए दुरुपयोग किया है. चाहे वह चुनाव आयोग हो, न्यायपालिका, ED या IT विभाग.
कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर भी बोले पटवारी
इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों के साथ छेड़छाड़ के मुद्दे पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि खिलाड़ियों को बाहर जाने से पहले स्थानीय प्रशासन को सूचित करना चाहिए. इस विवादित बयान पर जीतू पटवारी ने कहा कि विजयवर्गीय ने अप्रत्यक्ष रूप से यह स्वीकार किया है कि मध्य प्रदेश में महिलाएं खुले रूप से नहीं घूम सकतीं. उन्होंने कहा, “अगर किसी महिला को घर से बाहर निकलना है तो पहले प्रशासन को बताना पड़ेगा, यही तो जंगलराज है. विदेशी महिला खिलाड़ी यहां स्वतंत्र रूप से नहीं घूम सकतीं. यह बात खुद कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान से स्वीकार की है, इसके लिए उन्हें धन्यवाद.”
ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में छठ पूजा की धूम, मुख्यमंत्री ने इंदौर में मनाया महापर्व, लिखा- जय छठी मइया
ये भी पढ़ें- साइकोपैथ प्रेमी ने किया प्रेमिका का मर्डर, जानिए कितने खतरनाक होते हैं इस टाइप के बॉयफ्रेंड?
यह भी पढ़ें- IPS Transfer Chhattisgarh: अंकिता शर्मा बनीं राजनांदगांव की नई SP, प्रफुल्ल ठाकुर संभालेंगे सक्ती की कमान