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Truck Driver Strike: हड़ताल से जगह-जगह फंसे यात्री, वीडियो लिंक के जरिए सीएम ने देखी स्थिति, फिर ये कहा

Hit And Run Law : ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण इंदौर शहर में सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं के साथ-साथ अंतर-शहर यात्री बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ है, जिससे हजारों यात्रियों को असुविधा हुई है.आईएसबीटी पर कुछ यात्रियों ने शिकायत की किउन्हें इंदौर जाने के लिए वाहन नहीं मिल सका क्योंकि इलेक्ट्रिक बसें और टैक्सियां भी नहीं चल रही हैं.

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Truck Driver Strike: हड़ताल से जगह-जगह फंसे यात्री, वीडियो लिंक के जरिए सीएम ने देखी स्थिति, फिर ये कहा
भोपाल के पेट्रोल पंप में जुटी भीड़ .

Hit And Run New Law: ट्रक चालकों के चल रहे आंदोलन के कारण मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई शहरों में जन-जीवन अस्त- व्यस्त रहा. भोपाल (Bhopal) के अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) पर मंगलवार को कई यात्री फंसे रहे. ट्रांसपोर्टरों के एक संगठन ने दावा किया कि ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से राज्य में लगभग पांच लाख वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है. इधर, मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने वीडियो लिंक के माध्यम से स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए. भोपाल (Bhopal) में (ISBT) पर कुछ यात्रियों ने इंदौर जाने में दिक्कतों का सामना करने की शिकायत की. भोपाल, इंदौर और अन्य शहरों में पेट्रोल पंपों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. वैसे प्रशासन ने कहा कि ईंधन की कोई कमी नहीं है.

 पांच लाख गाड़ियां नहीं चल पाई

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष (पश्चिमी क्षेत्र) विजय कालरा ने बताया कि नए कानून के खिलाफ चालकों की हड़ताल से मध्यप्रदेश में लगभग पांच लाख छोटी-बड़ी गाड़ियां नहीं चल पा रही हैं. उन्होंने मांग की कि सरकार को इस सख्त सजा के प्रावधान वापस लेने चाहिए और सड़क हादसे रोकने के लिए खासकर राजमार्गों पर वाणिज्यिक वाहनों के लिए अलग लेन बनाई जानी चाहिए.

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10 लाख लीटर पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति की गई है

भोपाल के जिलाधिकारी आशीष सिंह ईंधन आपूर्ति की स्थिति पर नजर रखने के लिए यहां एक पेट्रोल डिपो गए. निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम कंपनियां अपने वाहनों से ईंधन आपूर्ति का काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम कंपनियों की वाहनों के माध्यम से दस लाख लीटर पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति की गई है. लोगों को घबराने और ईंधन स्टेशनों पर कतार लगाने की जरूरत नहीं है.'

एक बार फिर विचार करने की जरुरत 

कारोबारी संगठनों के महासंघ अहिल्या चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने कहा कि अगर चालकों की हड़ताल जारी रही, तो आम जरूरत की चीजों की आपूर्ति की स्थिति और बिगड़ेगी, जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार को इस सख्त सजा के प्रावधानों पर एक बार फिर विचार करना चाहिए.

कलेक्टरों ने भी लोगों से अपील

रीवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, शहडोल और नर्मदापुरम सहित कई अन्य जिलों के कलेक्टरों ने भी लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं क्योंकि ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखी जा रही है. मुख्यमंत्री  ने मंगलवार को संभागीय आयुक्तों, कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों से कहा कि आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि लोगों को समस्याओं का सामना न करना पड़े. 

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कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया कि फल, सब्जियां, दूध और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति ठप है और यहां तक कि एम्बुलेंस भी नहीं चल रही हैं. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों को पेट्रोल-डीजल लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और यात्री अलग-अलग शहरों में फंस रहे हैं. भाजपा को लोगों से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि वह उनसे बात भी नहीं करती है.

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